डीसी के समक्ष निलंबित छात्र अजय सिंह बोले, एएमयू में प्लानिंग के तहत उन पर बोला हमला
एएमयू में 12 फरवरी को हुए बबाल के मामले में निलंबित चल रहे दोनों ही छात्र गुटों के आठ में से सात छात्रों ने एएमयू की अनुशासन समिति के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू में 12 फरवरी को हुए बबाल के मामले में निलंबित चल रहे दोनों ही छात्र गुटों के आठ में से सात छात्रों ने एएमयू की अनुशासन समिति के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा।
यह था मामला
12 फरवरी को यूनिवर्सिटी सर्किल में बाबे सैयद गेट पर दो छात्र गुटों में मारपीट हो गई थी। इससे एएमयू परिसर के अलावा शहर में तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए थे। दोनों पक्षों ने इस मामले में थाना सिविल लाइंस में मुकदमें भी दर्ज कराए थे। जबकि एएमयू इंतजामिया ने इस पूरे मामले में एक छात्र गुट की अगुवाई कर रहे छात्र नेता अजय सिंह, मनीष कुमार, अमन शर्मा, पवन जादौन व दूसरे पक्ष से इमरान खान, अब्दुल माबूद, फरहान जुबैरी व आदिल खान शामिल थे। इस प्रकरण में जांच के लिए अनुशासन समिति गठित की गई थी।
निलंबित छात्रों ने दी सफाई
बबाल के मामले में निलंबित पांच छात्रों के भविष्य पर निर्णय लेने के लिए एएमयू के प्रशासनिक भवन में अनुशासन समिति की सह कुलपति प्रोफेसर एमएच बेग की अगुवाई में बैठक हुई। जिसमें छात्र नेता अजय सिंह पक्ष के चारों छात्रों ने व दूसरे पक्ष से इमरान समेत तीन छात्रों ने अपनी बात रखी। जबकि एक छात्र आदिल खान उपस्थित नहीं हो सके। छात्र नेता अजय सिंह ने बताया कि उन्होंने साथियों के साथ अपना पक्ष अनुशासन समिति के सदस्यों के समक्ष रखा है। बताया कि एक छात्र के साथ हुई मारपीट में उसका पक्ष रखने के लिए वहां पहुंचे थे। तभी इरादतन दूसरे छात्र गुट ने उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि समिति निलंबन पर क्या निर्णय लेगी यह बाद में पता चलेगा।