गलत रिपोर्टिंग से बर्खास्त हो गए गभाना सीएचसी के अधीक्षक
शासन ने बिना सूचना के गायब चल रहे जिले के 32 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैैं।
जेएनएन [अलीगढ़] : शासन ने बिना सूचना के गायब चल रहे जिले के 32 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैैं। इनमें गभाना सीएचसी के अधीक्षक डॉ. शाहरुख हुसैन रिजवी भी है, इन्हें भी आदेश में गायब बताया गया है। लगातार वेतन पा रहे डॉ. शाहरुख के बर्खास्त होने से विभाग में खलबली मच गई है। सोमवार को शासन को पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी जाएगी।
बिना सूचना के 30 डाक्टर गायब
स्वास्थ्य विभाग में सीएमओ के अधीन 30 डॉक्टर बिना सूचना के गायब हैं। इनकी सेवा समाप्ति के लिए हर माह शासन को सूची भेजी जा रही थी, ताकि दूसरे चिकित्सकों की नियुक्ति हो सके। इस सूची में डॉ. शाहरुख हुसैन रिजवी का नाम नहीं था, क्योंकि वे सितंबर 2019 से गभाना सीएचसी पर बतौर अधीक्षक नियुक्त हैं। 2018 में डॉ. रिजवी की नियुक्ति दीनदयाल अस्पताल में हुई। अगस्त 2018 में जिला अस्पताल ट्रांसफर हो गया। यहां सितंबर 2018 तक रहे और वेतन पाया। सितंबर में अपने साथ हुई घटना के बाद वे ड्यूटी पर नहीं आए। जनवरी 2019 में एडी हेल्थ के समक्ष योगदान किया और जेल में नियुक्त हो गए। सितंबर 2019 से गभाना में नियुक्त कर दिए गए। बिना बताए जाने के बाद जिला अस्पताल के प्रबंधन ने उनके गायब होने की सूचना शासन को दे दी। डॉ. शाहरुख ड्यूटी करते हुए भी अनुपस्थिति के आधार पर बर्खास्त कर दिए गए। अब सीएमओ ऊहापोह में हैं कि क्या किया जाए। सोमवार को इस बारे में शासन को पत्र-लिखकर अवगत कराया जाएगा। डॉ. शाहरुख को इस मामले में शासन से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं, क्योंकि वे भी उन चिकित्सकों में शामिल हैं, जिन पर राज्यपाल के आदेश से कार्रवाई हुई है। एसीएमओ डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि डॉ. शाहरुख गलत रिपोर्टिंग से बर्खास्त हो गए हैं। शासन को पत्र भेजकर मार्गदर्शन लिया जाएगा।