जिला सहकारी बैंक में 4.34 करोड़ के गबन के आरोपित भूमिगत
जिला सहकारी बैंक में चार करोड़ 34 लाख 43 हजार 511 रुपये के गबन से हड़कंप मचा हुआ है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जिला सहकारी बैंक में चार करोड़ 34 लाख 43 हजार 511 रुपये के गबन से हड़कंप मचा हुआ है। कई अधिकारी अपने बचाव की जुगत में जुट गए हैं। मामले की रिपोर्ट दर्ज होते ही आरोपित भूमिगत हो गए। उन्हें अपनी गिरफ्तारी का डर बना हुआ है। इस मामले को लेकर बैंक की अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमारी ने एक सितंबर को बोर्ड की बैठक बुलाई है। हाथरस के एआर कोऑपरेटिव आरोपित सचिवों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। तीन-चार दिन में रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद शासन से बड़ी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। बुधवार को करीब चार साल चली जांच में पुष्टि के बाद मेरठ की विशेष अनुसंधान शाखा (सहकारिता) की इंस्पेक्टर रीता शुक्ला ने बन्नादेवी थाने में रिपोर्ट लिखाई थी, जिसमें बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजपाल सिंह यादव, कार्यपालक सचिव इनामुर्ररहमान समेत 21 के खिलाफ धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफेरी आदि के आरोप लगाए थे। रिपोर्ट दर्ज करने के लिए शासन से भी पुलिस को निर्देश मिले थे।
शासन के निशाने पर सगे-संबंधी बैंक के दस्तावेजों में हेराफेरी कर होम लोन लेने वालों के घर शासन के निशान पर होंगे। टीम के पास आवश्यक दस्तावेज है। जो रकम किसानों को कर्ज के रूप में देनी थी, उसका होम लोन दिया गया। ऐसे मकानों को भी चिह्नित किया जाएगा।
जिला सहकारी बैंक की अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमारी ने बताया कि बैंक में भ्रष्टाचार साफ किया जा रहा है। जांच में फंसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। शासन अपना काम करेगा। बैठक बुधवार को होनी थी। पूर्व विधायक मुनीष गौड़ के निधन के चलते स्थगित की गई।