एएमयू में जसीम के खिलाफ छात्र सोमवार को निकालेंगे विरोध मार्च
पूर्व मीडिया सलाहकार व पत्रकार डॉ. जसीम मोहम्मद करा चुके हैं पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष नदीम अंसारी के खिलाफ रिपोर्ट।
अलीगढ़ : पूर्व मीडिया सलाहकार व पत्रकार डॉ. जसीम मोहम्मद को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जनसंपर्क कार्यालय से बाहर निकालने के मामले में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष नदीम अंसारी व आठ-नौ युवकों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। एएमयू में जसीम के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर छात्र सोमवार को विरोध मार्च निकालेंगे। विरोध मार्च में अधिक से अधिक छात्र शामिल हों, इसकी अपील छात्रों ने सोशल मीडिया पर की है।
ट्विटर पर अब्दुल वासे, मिसवाह कैसर व इमरान मैग्नेटिक आदि द्वारा की गई अपील में कहा गया है कि पत्रकार मोहम्मद जसीम पर हमेशा के लिए एएमयू में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग को रविवार को एएमयू परिसर में विरोध मार्च निकलना था, लेकिन बरसात की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया है। अब यह विरोध मार्च 16 जुलाई को निकलेगा। सोमवार को दोपहर बाद छात्र 2:30 बजे कैंटीन पर इकट्ठा होंगे। इसके बाद कैंटीन से एएमयू सर्किल तक मार्च निकालेंगे।
एएमयू के जनसंपर्क कार्यालय में नौ जुलाई को एएमयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष मोहम्मद नदीम अंसारी का पत्रकार जसीम मोहम्मद से विवाद हो गया था। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने जसीम को भाजपा का समर्थक होने का आरोप लगाते हुए बाहर निकाल दिया था। इसको लेकर पत्रकार ने पूर्व संघ उपाध्यक्ष सहित आठ युवकों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। प्रेस काउंसिल ने एएमयू वीसी से मांगा जवाब : एएमयू के पूर्व मीडिया सलाहकार व पत्रकार जसीम मोहम्मद पर हमले के मामले में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने कुलपति प्रो. तारिक मंसूर व एसएसपी को नोटिस भेजकर दो सप्ताह में जवाब मांगा है। जसीम मोहम्मद का कहना है कि प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष जस्टिस सीके प्रसाद गंभीर ने शिकायत को गंभीरता से लिया है। तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें आयोग के सदस्य सीके नायक, केडी चंडोला और सैयद रज़ा हुसैन रिज़वी शामिल हैं। समिति जल्द ही अलीगढ़ आकर जांच करेगी। जसीम मोहम्मद ने कहा कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो कृत्य के लिए उसे कानूनी सजा दिलाकर रहूंगा। न्होंने प्रेस काउंसिल में शिकायत की थी कि जनसंपर्क कार्यालय में नौ जुलाई को एएमयू छात्रसंघ पूर्व उपाध्यक्ष मोहम्मद नदीम अंसारी और हथियारबंद युवकों द्वारा जानलेवा हमला किया था। इस मामले में एएमयू जनसंपर्क अधिकारी उमर सलीम पीरजादा की मोबाइल की डिटेल जांचने की मांग की है। एएमयू जनसंपर्क विभाग के एमआइसी प्रो. शाफे किदवई का कहना है कि एएमयू में कोई नोटिस नहीं आया है। यदि आता है तो जवाब दिया जाएगा। इसको लेकर एएमयू गंभीर है।