Vaccination : विद्यार्थियों से पूछा जाएगा कि अभिभावकों ने वैक्सीन लगवाई या नहीं Aligarh news
माध्यमिक विद्यालयों मेें कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को अपने स्वजन के वैक्सीनेशन के बारे में जवाब देना होगा। जिलास्तर पर अफसरों ने समाज के प्रति नैतिक मूल्यों का निर्वहन करने के लिए ये व्यवस्था बनाई है।
अलीगढ़, जेएनएन । माध्यमिक विद्यालयों मेें कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को अपने स्वजन के वैक्सीनेशन के बारे में जवाब देना होगा। जिलास्तर पर अफसरों ने समाज के प्रति नैतिक मूल्यों का निर्वहन करने के लिए ये व्यवस्था बनाई है। छात्र-छात्राओं से पूछा जाएगा कि उनके घर पर किसने वैक्सीनेशन नहीं कराया है। शिक्षक कक्षा में ही बच्चों को कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करेंगे। विद्यार्थी अपने घर पर स्वजन को वैैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे।
अभिभावकों की अनुमति जरूरी
माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू कराने की पहल की जा रही है। अभिभावकों की अनुमति भी मांगी जा रही हैं। ये रिपोर्ट शासनस्तर पर जाएगी। इसके आधार पर पढ़ाई कराने पर फैसला किया जाएगा। अभिभावकों की अनुमति से कक्षाओं में आने वाले विद्यार्थी से स्वजन के वैक्सीनेशन के बारे में पूछा जाएगा। शिक्षक उनसे सवाल करेंगे कि क्या आपके माता-पिता या अन्य स्वजन, जो वैक्सीन लगवाने के लिए पात्र हैैं, उन्होंने वैक्सीनेशन कराया या नहीं? विद्यार्थी सही जवाब दे रहे हैं या नहीं, इसकी पड़ताल करने के लिए शिक्षक सीधे अभिभावक को फोन भी कर सकते हैं। अगर कोई विद्यार्थी कहता है कि अभी वैक्सीनेशन नहीं कराया गया है तो उसको अपने स्वजन को जागरूक कर वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कोरोना महामारी से बचाव व इसके दुष्प्रभावों के बारे मेें बताया जाएगा। अफसरों का मानना है कि बच्चे घर में किसी बात की जिद करते हैं तो बड़े उसको पूरा करते हैं। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक पढ़ाई के साथ सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी करेंगे। इससे वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता आएगी।