शहर में छात्रों ने निकाला तिरंगा मार्च, वीमेंस कॉलेज में छात्राओं का प्रदर्शन Aligarh news
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। एएमयू में छात्रों का धरना सोमवार को भी जारी रहा।
अलीगढ़ [जेएनएन] नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। एएमयू में छात्रों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। छात्रों ने तिरंगा व ब्लैक कोट मार्च निकाला, जिसमें आजादी के नारे गूंजे। कुलपति व रजिस्ट्रार के खिलाफ गुस्सा जताया। वीमेंस कॉलेज में छात्राओं ने भी मार्च निकालकर प्रदर्शन किया।
कुलपति आैर रजिस्ट्रार के इस्तीफे की मांग
सुबह 11 बजे छात्र ब्लैक कोट पहनकर एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के बाहर एकत्रित हुए। इसमें इंजीनियरिंग कॉलेज, आट्र्स फैकल्टी, लॉ फैकल्टी, एग्रीकल्चर फैकल्टी के विद्यार्थी शामिल हुए। यहां से तिरंगा मार्च निकालते हुए बाबे सैयद तक पहुंचे। सीएए के विरोध के साथ छात्रों ने कुलपति व रजिस्ट्रार के इस्तीफे की मांग को लेकर भी प्रदर्शन किया। दोनों के खिलाफ नारे लगाए। दोपहर में वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज परिसर में मार्च निकाला। छात्राओं ने सीएए से चाहिए आजादी, हम लेकर रहेंगे आजादी जैसे नारे लगाए। हालांकि छात्राओं का मार्च कैंपस के अंदर ही था, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से पुलिस तैनात रही। इधर, एएमयू सर्किल पर भी पुलिस फोर्स मौजूद रहा। सीओ तृतीय अनिल समानिया ने एएमयू के आसपास हालातों का जायजा लिया।
मार्च में बच्चों का क्या काम?
छात्रों के प्रदर्शन में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे। बच्चों को ये भी नहीं पता था कि प्रदर्शन में क्यों शामिल हुए हैं? बच्चों को देखकर सवाल भी उठ रहे थे कि क्या प्रदर्शन में इन्हें भी ढाल बनाया जा रहा है?
कुलपति का पुतला दहन निंदनीय
एएमयू कोर्ट पूर्व सदस्य सुरेंद्र कुमार आजाद ने एएमयू कुलपति व रजिस्ट्रार के पुतला फूंकने व प्रॉक्टर को जूते दिखाने संबंधी छात्रों व छात्रनेताओं के कृत्यों की निंदा की है। कहा कि ये कृत्य एएमयू इतिहास के काले अक्षरों में दर्ज होगा। स्वार्थी लोगों ने सर सैयद के चमन को शर्मसार कर दिया है।
धर्म जाति के नाम पर बांटना चाहती है सरकार : प्रो. अर्शी
एएमयू प्रो. अर्शी खान ने कहा एनआरसी की प्रक्रिया भी असम में पूरी नहीं हुई है। सरकार की मंशा हिंदुस्तान को जाति धर्म के नाम पर बांटना है। आरडीए अध्यक्ष डॉ. हम्जा मलिक ने बताया कि रविवार को आरडीए की ओर से ट्रॉमा सेंटर के सामने हुए कार्यक्रम में प्रो अर्शी खान ने कुलपति के इस्तीफे की बात नहीं की थी। ये मांग वरिष्ठ पत्रकार प्रवीर सर ने कही थी। उन्होंने कहा था कि ऐसे कुलपति व प्रॉक्टर कहीं नहीं हुए होंगे, जो अपने बच्चों को बाहर से पुलिस बुलवाकर के पिटवाते हों। कुलपति व प्रॉक्टर को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। डॉ. हम्जा ने कहा कि हमें अपनी संविधान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने की जरूरत है। पुलिस का व्यवहार गुलाम ङ्क्षहदुस्तान से भी बतदर था।