अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में दो और मौतें
मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म नहीं हो पा रही है। मरीज बेहाल हैं। आज फिर एक मौत हो गई। कई मरीज गंभीर हैं। हड़ताल के दौरान अब तक दस मौत हो चुकी हैं।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेजिडेट डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त नहीं हो पा रही। बुधवार को दो महिलाओं की मौत हो गई। इस सहित मेडिकल कॉलेज में हड़ताल के दौरान मरने वालों की संख्या दस हो गई है। कई मरीजों को हालत गंभीर बनी हुई है।
नगला कलार निवासी रचना ने ऑपरेशन के बाद बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई, जिसके चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी। इसने आज दम तोड़ दिया। मुरादाबाद की सावित्री देवी सात दिन से ऑपरेशन होने का इंतजार कर रही है। उसकी हड्डी टूटी हुई है। बार-बार उससे यही कहा जा रहा है कि अभी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। एएमयू के पूर्व कैबिनेट मेंबर जानिब हसन अपनी मामी रानी बेगम निवासी इगलास को लेकर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी गए। वहा कोई भी डॉक्टर नाल होने के कारण इलाज़ नहीं हो पाया। एक दो डॉक्टर भी थे तो उन्होंने देखने से मना कर दिया, जबकि हालत गंभीर थी। इसके चलते दिल्ली ले जाने की तैयारी करने लगे, लेकिन इमरजेंसी के बहार ही देहात हो गया। रानी बेगम के चार बच्चे हैं। कई मरीजों को तो सुरक्षा गार्ड गेट ही मरीजों को लौटा रहे हैं। हड़ताल का आज सातवां दिन है। हड़ताल के चलते मरीजों का संकट बढ़ता जा रहा है। मरीजों का बुरा हाल है, उनके एक्सरे, जांच व ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। ओपीडी में मरीज घटने लगे हैं। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला का कहना है कि एएमयू कैबिनेट मेंबर जैद शेरवानी का निलंबन होने पर ही वे काम पर लौटेंगे।