अलीगढ़ की धनीपुर मंडी में आढ़तियों की हड़ताल, जानिये क्या है वजह...
धनीपुर मंडी में आढ़तियों की हड़ताल से गेहूं लाने वाले किसान परेशान हैं। अफसर और आढ़ती अपनी जिद पर अड़े हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। धनीपुर मंडी में आढ़तियों की हड़ताल से गेहूं लाने वाले किसान परेशान हैं। अफसर और आढ़ती अपनी जिद पर अड़े हैं। जिन किसानों के पंजीकरण नहीं हैैं, वे सरकारी केंद्रों पर गेहूं नहीं बेच पा रहे हैं।
हड़ताल की वजह : मंडी के अधिकारी सरकारी खरीद केंद्र के भाव 1840 रुपये कुंतल के हिसाब से खरीदने के लिए दबाव बना रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि वे जिस भाव में खरीदेंगे, उसी पर किसानों से शुल्क वसूलेंगे और मंडी शुल्क जमा करेंगे। गल्ला व्यापारी कल्याण समिति की बैठक अध्यक्ष सुरेश चंद्र लोधी की अध्यक्षता में हुई। इसमें व्यापारियों ने अफसरों के रवैये की आलोचना कर हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया।
किसान परेशान
हड़ताल से किसान परेशान हैं। सिकंदराराऊ के गांव अमौसी निवासी पप्पू ने बताया कि पंजीकरण न होने की वजह से खरीद केंद्र पर गेहूं नहीं लिया। मंडी में भी नहीं खरीदने से लौटना पड़ रहा है। मंडी के प्रभारी सचिव सत्यवीर सिंह ने बताया कि हमने आढ़तियों पर कोई दबाव नहीं बनाया है। हम चाहते हैं कि किसानों सरकारी केंद्रों के बराबर भाव मिले।
सरकारी केंद्रों का निरीक्षण किया
उप निदेशक मंडी नरेंद्र कुमार मलिक ने खाद्य रसद विभाग के खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यहां खरीद का लक्ष्य 30 हजार कुंतल है। अब तक 21 हजार कुंतल की खरीद हो चुकी है।
इगलास में भी मंडी बंद, लौटे किसान
इगलास मंडी में गेहूं खरीदने पर कथित रूप से प्रशासन के रोक लगाने से नाराज आढ़तियों ने कारोबार बंद कर दिया है। गेहूं लेकर किसानों को लौटना पड़ रहा है। आढ़तिया संगठन के अध्यक्ष रामकुमार अग्रवाल व महामंत्री दिनेश चौधरी का कहना है कि धनीपुर मंडी में आढ़तियों को गेहूं खरीद नहीं करने दी जा रही है। इसके कारोबार बंद है। वहीं यहां भी मंडी में कर्मचारियों ने प्रवेश पर्ची जारी करने से इन्कार कर दिया और गेहूं की आवक को सरकारी क्रय केंद्र पर भेजने के लिए कहा गया है। इसके विरोध में आढ़तियों ने शनिवार से कारोबार बंद कर दिया है।
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