पुलिस के सामने एडीए टीम पर पथराव, अवर अभियंता घायल Aligarh News
एडीए टीम पर पुराने मथुरा बाइपास स्थित मकदूम नगर में हमला हो गया है। पुलिस के सामने ही टीम पर जमकर पथराव हुआ। 200 से 300 लोगों की भीड़ ने टीम के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अवैध कॉलोनी को ध्वस्त करने गई एडीए (अलीगढ़ विकास प्राधिकरण) टीम पर पुराने मथुरा बाइपास स्थित मकदूम नगर में हमला हो गया है। पुलिस के सामने ही टीम पर जमकर पथराव हुआ। 200 से 300 लोगों की भीड़ ने टीम के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। आरोप है कि हमलावरों के हाथों में चाकू, सरिया व डंडे लगे हुए थे। अवर अभियंता पीयूष त्यागी घायल हो गए। टीम के सदस्यों ने जैसे-तैसे भाग कर अपनी जान बचाई। बाद में एसीएम प्रथम व अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचने पर हमलावर मौके से भाग गए। देर रात प्रभारी सचिव ने कॉलोनी के बिल्डरों समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दे दी है।
यह है मामला
मथुरा बाइपास के संवेदनशील क्षेत्र मकदूम नगर में पिछले दिनों करीब 60 बीघा क्षेत्रफल में बिना नक्शे के ही कॉलोनी बना दी गई थी। इसमें अब 20-30 घर भी बन चुके हैं। इनमें कई परिवार भी रहते हैं। पिछले दिनों एडीए से इस कॉलोनी के ध्वस्तीकरण के आदेश हो गए थे। सहायक अभियंता महाराज सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता आरके गुप्ता, गंगेश सिंह, नवीन शर्मा, पीयूष त्यागी देहलीगेट थाने के दो दरोगा व तीन सिपाहियों के साथ यहां पहुंच गए। दोपहर एक बजे करीब यहां जेसीबी से ध्वस्तीकरण भी शुरू हो गया। टीम के ध्वस्तीकरण को देख यहां धीरे-धीरे लोग एकत्रित होने लगे। करीब 15-20 मिनट तक ध्वस्तीकरण चलता रहा। कई दीवारें गिरा दी गईं, लेकिन फिर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। टीम फिर भी हंगामा के बीच ही कार्रवाई करती रही।
मकान टूटते देख भीड़ ने बोला हमला
एडीए की कार्रवाई देखकर कुछ देर बाद ही भीड़ एकत्रित होना शुरू हो गई। कुछ देर बाद ही धक्का-मुक्का व मारपीट शुरू हो गई। टीम के सदस्यों का आरोप है कि घरों से निकलकर महिलाएं, पुरुष व बच्चे भी हाथों में डंडा, सरिया लेकर निकल आए। इससे एडीए टीम के आधे सदस्य एक गाड़ी लेकर वहां से भाग निकले। कुछ लोग वहीं फंस गए। इससे स्थानीय लोग और हावी होने लगे। उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस भी लोगों को समझाने लगी। बाद में पुलिस दोपहर सवा तीन बजे करीब सभी लोगों को गाड़ी में बैठाकर वहां से भाग निकली। इसकी सूचना एडीए के बड़े अफसरों को दी गई। इस पर कुछ देर बाद एसीएम प्रथम कुलदेव सिंह, प्रभारी सचिव डीएस भदौरिया भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मौके का मुआयना किया। अवर अभियंता पीयूष त्यागी के डंडों से काफी गहरी चोटे आई हैं। वहीं अन्य अभियंताओं के भी हल्की चोट लगी हैं।
आठ के खिलाफ तहरीर
प्रभारी सचिव ने थाने में तहरीर दे दी है। इसमें उन्होंने स्थानीय लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, हमला कर जान से मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। इन्होंने नत्थी लाल शर्मा, डॉ. आनंद, डॉ. शिव कुमार निवासी भुजपुरा, निशार अहमद निवासी बारहद्वारी, असलम, फकीरा, अनीस, रहीस निवासी मकदूम नगर के खिलाफ तहरीर दी है। इन्होंने प्रेम प्रॉपर्टीज व भारत प्रॉपर्टी के नाम से कॉलोनी विकसित कर रखी हैं।
ऐसे हावी हुए हमलावर
मकदूम नगर कोतवाली व देहलीगेट थाने की सीमा के बीच में पड़ता है, लेकिन मंगलवार को देहलीगेट पुलिस टीम के साथ गई थी। वहां इन्होंने बीच कार्रवाई में यह बोलना शुरू कर दिया कि यह क्षेत्र तो कोतवाली में है, ऐसे में वह कुछ नहीं कर सकते। इसी से स्थानीय लोग हावी हो गए और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। हालांकि बीच कार्रवाई में एडीए की टीम ने कोतवाली पुलिस को भी अवगत करा दिया, लेकिन इस टीम के पहुंचने से पहले ही हमला हो गया।
मजिस्ट्रेट के बिना नहीं करेंगे कार्रवाई
घटना के बाद शाम को सभी अभियंताओं ने उपाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेंद्र त्रिपाठी से मुलाकात की। अभियंताओं ने कहा कि आज की घटना काफी निंदनीय है। अगर थोड़ी सी चूक हो जाती तो उनकी जान पर बन जाती। महज सहायक अभियंता के नेतृत्व में यह अभियान चल रहा था। पुलिस भी काफी कम थी। ऐसे में आगे से ध्वस्तीकरण व सीलिंग की कार्रवाई तभी होगी, जब प्रशासन मजिस्ट्रेट व भरपूर पुलिस बल उपलब्ध कराएगा। अभियंता जान जोखिम में डालकर काम नहीं करेंगे।
24 को खैर रोड पर होनी है कार्रवाई
अब खैर रोड पर 24 सितंबर को चंचल शर्मा की अवैध कॉलोनी का ध्वस्तीकरण होना है। इन्होंने भी यहां करीब 60 बीघा क्षेत्रफल में अवैध कॉलोनी बना रखी है। वहीं इसके बाद बन्ना देवी क्षेत्र में अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई होनी है।
आधा दर्जन के खिलाफ रिपोर्ट
एडीए के प्रभारी सचिव डीस भदौरिया का कहना है एडीए की टीम पर पथराव व डंडों से हमला हुआ है। इस मामले में बिल्डर समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमे के लिए तहरीर दे दी गई है।