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Special On Bhagwat Geeta Day : एएमयू में विदेशी छात्र ले रहे गीता का ज्ञान Aligarh News

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शताब्दी समारोह में कहा था कि एएमयू में एक हजार विदेशी छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों को भारतीय संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। छात्र यहां गीता रामायण वेद पुराण की शिक्षा ले रहे हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 25 Dec 2020 07:51 AM (IST)Updated: Fri, 25 Dec 2020 07:51 AM (IST)
Special On Bhagwat Geeta Day : एएमयू में विदेशी छात्र ले रहे गीता का ज्ञान Aligarh News
छात्रों को शिक्षा देने के साथ भारतीय संस्कृति से भी अवगत कराया जाए।

अलीगढ़,संतोष शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शताब्दी समारोह में कहा था कि एएमयू में एक हजार विदेशी छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों को शिक्षा देने के साथ भारतीय संस्कृति से भी अवगत कराया जाए। ताकि इसका प्रचार प्रसार वो अपने देशों में कर सकें। यूनिवर्सिटी के धर्मशास्त्र संकाय में फिलहाल ये काम हो भी रहा है। देश-विदेश के छात्र यहां गीता, रामायण, वेद, पुराण की शिक्षा ले रहे हैं। ये छात्र ओम का जाप भी करते हैं। खास बात ये है कि ये छात्र मदरसा बोर्ड के होते हैं और उर्दू पढ़कर आते हैं। देश के अलावा अरब देशों के छात्र भी यहां पढ़ने आते हैं। पिछले साल यमन के छात्र ने पढ़ाई पूरी की है। इंतजामिया ने प्रधानमंत्री की सलाह को गंभीरता से लिया है। भारतीय संस्कृति से विदेशी छात्रों को रूबरू कराने के लिए कार्यक्रम कराने पर मंथन किया जा रहा है।

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एमए प्रथम में हिस्ट्री ऑफ रिलीजन को शामिल किया

एएमयू के धर्मशास्त्र संकाय अपने आप में खास है। देश की किसी और यूनिवर्सिटी में शायद ही यह हो। इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट तो अन्य विश्वविद्यालय में हैं जहां इस्लाम के बारे में पढ़ाया जाता है। ये डिपार्टमेंट एएमयू में भी है। धर्मशास्त्र संकाय के सहायक प्राध्यापक डॉ. रेहान अख्तर बताते हैं कि एमए प्रथम में हिस्ट्री ऑफ रिलीजन को शामिल किया गया है। इसके चार यूनिटस हैं। पहली यूनिट में अहिंसा, आत्मा, ओम के अलावा मोझ क्या है आदि को शामिल किया गया है। इसकी पूरी जानकारी छात्रों को दी जाती है। अन्य यूनिट में महाभारत व रामायण क्या है, वेद व पुराण क्या हैं उनका महत्व क्या है आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। स्मृति व श्रुति के बारे मे भी छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। दीपावली, होली, दशहरा आदि के अलावा पवित्र स्थानों में शामिल मथुरा, काशी, हरिद्वार, प्रयागराज, कुंभ के बारे में भी शिक्षा दी जाती है। गंगा, यमुना, सरयू आदि पवित्र नदियों को भी कोर्स में शामिल किया गया है।

भगवती गीता भी

डॉ. रेहान ने बताया कि श्रीमद भगवती गीता का कोर्स का बड़ा हिस्सा है। गीता की तालीम को दो भागों में बांटा गया है। जिसमें अध्यात्मिक और धार्मिक शामिल हैं। अध्यात्मिक में आत्मा, शांति, मोहब्बत की हकीकत को बयां की किया गया है। धार्मिक हिस्से में कर्मयोग, मुक्ति योग और अभ्यास योग आदि को विभाजित किया गया है। छात्रों को पढ़ाया जाता है कि महाभारत को वेद व्यास ने लिखा था। उसी में भगवतगीता शामिल है। जिसमें कृष्ण ने युद्ध से पहले अर्जुन को मुक्ति का संदेश दिया था। सभी छात्र इसे बड़े ध्यान से पढ़तें हैं। अरब देशों के छात्र भी यहां पढ़ने आते हैं। सूड़ान व यमन के भी शामिल हैं। यमन के एक छात्र ने पिछले साल ही कोर्स पूरा किया।


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