अलीगढ़ में कोल विधायक के पक्ष में बोले पार्षद, छवि धूमिल कर भूमि हथियाना चाहता है विद्यालय प्रबंधन
ज्वालापुरी स्थित श्री महाउरू पूर्व माध्यमिक विद्यालय प्रबंधक समिति और कोल विधायक में आपसी खींचातान शुरू हो गई है। अब विधायक के पक्ष में पार्षद वीरेंद्र खुलकर सामने आ गए हैं।
अलीगढ़ : ज्वालापुरी स्थित श्री महाउरू पूर्व माध्यमिक विद्यालय प्रबंधक समिति और कोल विधायक में गाटा संख्या 11 की जमीन को लेकर छिड़ी जंग में नगर निगम के पार्षद भी विधायक के पक्ष में उतर आए हैं। उनका आरोप है कि प्रबंध समिति विधायक की छवि धूमिल कर जमीन हथियाना चाहती है। ऐसा नहीं होने देंगे। हर हाल में नगर निगम की जमीन वापस होगी।
नगर निगम की है संपत्ति
भाजपा पार्षद दल के नेता वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पार्षदों ने शुक्रवार को डीएम को ज्ञापन सौंपा। कहा कि सुरेंद्र नगर पानी की टंकी के पास नगर निगम की प्राचीन पोखर है। यह नगर निगम की संपत्ति में भी दर्ज है। इसी के किनारे मृत बच्चों को दफनाया जाता था, लेकिन महाउरू प्रबंधन इसे कब्जाना चाहता है। कोल विधायक की छवि धूमिल कर रहा है। इस जमीन पर टेंडर जारी कराकर नगर निगम से काम कराया जाए। यह नगर निगम की संपत्ति है। इस मौके पर सुरेंद्र पचौरी, रजनी माहौर, वीरेंद्र सिंह, विजय पार्षद, दिनेश गुप्ता, राजकुमार, राजेंद्र किशोर आदि थे।
कोल विधायक के बयान की निंदा
महाउरू पूर्व माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक लखपत महाजन की अध्यक्षता में हुई। इसमें कोल विधायक के बयान की निंदा की गई। आरोप लगाया कि उनके पूर्वजों द्वारा जो जमीन सामाजिक कार्य के लिए ली गई थी। विधायक उसे कब्जाना चाहते हैं। यह निंदनीय है कि जिस कन्या विद्यालय के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह शिलान्यास करते हैं। उसे तोड़ दिया जाता है। इस मौके पर वीरेंद्र गुप्ता, दिनेश गुप्ता, नारायण हरि गुप्ता, जगदीश महाजन आदि थे।