शिक्षक भूमिका में आए एसपी ट्रैफिक, छात्रों को बताए सफलता के राज Aligarh news
शहर के प्रतिष्ठा आईएएस एकेडमी में उस समय नजारा बदला-बदला सा दिखा जब एसपी ट्रैफिक खुद शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने छात्रों को तीन घंटे तक लेक्चर दिया और बताया कि वो जीवन मेें कैसे आगे बढ़ें।
अलीगढ़, जेएनएन : शहर के प्रतिष्ठा आईएएस एकेडमी में उस समय नजारा बदला-बदला सा दिखा जब एसपी ट्रैफिक खुद शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने छात्रों को तीन घंटे तक लेक्चर दिया और बताया कि वो जीवन मेें कैसे आगे बढ़ें।
छात्रों को दिए सफलता के मंत्र
प्रतिष्ठा आईएएस एकेडमी के निदेशक डॉ यादव के नेतृत्व में अलीगढ़ एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने जिले भर के तमाम छात्रों के लिए जो आईएएस पीसीएस और पुलिस सेवा में जाना चाहते हैं उनके लिए शिक्षक बनकर 3 घंटे तक लेक्चर लिया और बताया कि यदि आपकी अर्थव्यवस्था ठीक नहीं है और आप कुछ करना चाहते हैं तो उसके लिए जज्बा होना चाहिए। उन्होंने बताया मेरे बचपन में जब मैंने पढ़ाई शुरू की तो अर्थव्यवस्था को मात देने के लिए हम कई छात्र मिलकर किताब को खरीदते थे और नोट्स बनाते थे इससे अर्थव्यवस्था कभी हमको दिक्कत के रूप में दिखाई नहीं पड़ी और उसी का परिणाम यह हुआ कि 1991 में उन्होंने यूपीपीएससी परीक्षा को क्वालीफाई किया और डिप्टी एसपी के पद पर तैनात हो गए। आईएएस का इंटरव्यू भी दिया मुख्य परीक्षा में लिखें छोटे भाई को खुद नोट बनाकर तैयार करके दिए और छोटे भाई का सिलेक्शन भी पीसीएस अधिकारी के रूप में हो गया। उन्होंने बताया कि वह समाज सेवा भी करते हैं अलीगढ़ में एसपी ट्रैफिक के रूप में उन्होंने किस तरीके से जीवन में आपको अनुशासित व्यक्ति बनना है लोगों को सिखाने की बड़ी पाठशाला लगाई और खुद बताया कि अच्छा नागरिक बनने के लिए नियमों का पालन करना चाहिए। प्रतिष्ठा आईएएस एकेडमी के निदेशक डीआर यादव की प्रशंसा की और बताया कि आईएएस एकेडमी के माध्यम से सिविल क्षेत्र में जो योगदान दिया जा रहा है वह सराहनीय है। उन्होंने वादा किया कि मुझे फिर से पढ़ाने के लिए के लिए बुलाएंगे तो मैं चला आऊंगा। डीआर यादव ने एसपी ट्रैफिक का सम्मान भी किया। सेमिनार में एकेडमी के निदेशक बी आर यादव, अलका यादव, दिनेश सिंह, भुवनेश, कौशलेंद्र, अब्दुल कादिर, समीर खान सहित सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया।