Panchayat president election : बसपा खेमे पर सपा की नजर, भाजपा जीत को आश्वस्त Aligarh news
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन के बाद सपा और भाजपा ने सदस्यों को साधने की कवायद शुरू कर दी है। 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष निकाल चुकी भाजपा यहां भी अपनी जीत के लिए आश्वस्त है। वहीं सपा अपना किला मजबूत करने में जुटी हुई है।
अलीगढ़, जेएनएन । जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए नामांकन के बाद सपा और भाजपा ने सदस्यों को साधने की कवायद शुरू कर दी है। 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष निकाल चुकी भाजपा यहां भी अपनी जीत के लिए आश्वस्त है। वहीं, सपा अपना किला मजबूत करने में जुटी हुई है। समर्थित निर्दलीयों को साधने के अलावा अन्य सदस्यों की घेराबंदी भी की जा रही है।
बसपा ने चुनाव से खींचे हाथ
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सपा और भाजपा ही मैदान में हैं। जिला पंचायत सदस्यों की पांच सीटें जीत चुकी बसपा ने चुनाव से हाथ खींच लिए। रालोद सपा के साथ है। 47 जिला पंचायत सदस्यों में 24 सदस्यों का बहुमत जिस तरफ होगा, उसी खेमे का प्रत्याशी अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। दोनों ही पार्टियां बहुमत साबित करने के दावे कर रही हैं। नौ सदस्यों के साथ भाजपा निर्दलीयों के भराेसे है। वहीं, सपा नेताओं का अपना गणित है। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव के अनुसार पार्टी के नौ सदस्य हैं, दो सपा समर्थित निर्दलीय हैं। कुल 11 सदस्य हैं। वहीं, रालोद के सात सदस्य हैं और चार निर्दलीयों का समर्थन है। यानी, सपा और रालोद के संयुक्त मोर्चे के साथ 22 सदस्यों का दावा किया जा रहा है। बहुमत साबित करने के लिए दो और चाहिए, इसके लिए जिद्दाेजहद हो रही है। जिलाध्यक्ष का कहना है? कि दो से अधिक सदस्य उनके संपर्क में हैं, जो सपा को ही वोट देंगे। बसपा के सदस्यों से भी संपर्क किया जा रहा है। वो साथ आते हैं तो हमें कोई एतराज नहीं है। वरिष्ठ सपा नेता संजय यादव ने कहा कि सपा की जीत निश्चित है। वहीं भाजपा सदस्यों को लेकर पहले से ही आश्वस्त दिख रही है। अब देखना यह है? कि इसमें बाजी कौन मारता है?