Aligarh Coronavirus News Update : डोनर को लेकर भटकता रहा बेटा, चल बसी मां
कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में खूब लापरवाही हो रही है। इससे शुक्रवार को एक महिला की जान चली गई। महिला का बेटा प्लाज्मा डोनर को लेकर चक्कर काटता रहा।
अलीगढ़ जेएनएन : कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में खूब लापरवाही हो रही है। इससे शुक्रवार को एक महिला की जान चली गई। महिला का बेटा प्लाज्मा डोनर को लेकर चक्कर काटता रहा, मगर डॉक्टरों ने इलाज की बजाय जांच के नाम पर टालते रहे। कृष्णापुरी निवासी तरुण वाष्र्णेय ने बताया कि छह सितंबर को 54 वर्षीय मां दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराई गई। वह कोरोना संक्रमित पाई गईं। सात की शाम को बताया कि मां की किडनी व फेफड़ें डैमेज हो चुके हैं, मेडिकल रेफर करना पड़ेगा। मैं और मेरे पिताजी दीनदयाल में रात ढाई बजे तक उनके रेफर करने का इंतजार करते रहे। कर्मचारियों ने बरामदे से भी बाहर निकाल दिया। एंबुलेंस आने के बाद भी आधा घंटा जाया कर दिया। मैं मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो उनकी मृत्यु हो चुकी थी। मेरी मां की मौत के लिए डॉक्टर जिम्मेदार हैं।
मां की मौत के लिए डॉक्टर जिम्मेदार
तरुण के अनुसार मेडिकल में पानी की व्यवस्था तक नहीं थी। मां को पानी व जूस पहुंचाया। सात को डॉक्टरों के कहने से आगरा से एक इंजेक्शन लेकर आए। इसके बाद भी मां की तबीयत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टर ने प्लाज्मा थेेरेपी की आवश्यकता बताई और डोनर लाने को कहा। नौ को डोनर लेकर पहुंचा तो लैब बंद बताते हुए डोनर को वापस कर दिया। 10 को पुन: डोनर को विनती करके ले गया। डॉक्टर ने कहा कि मरीज के कई टेस्ट होंगे। कल प्लाज्मा चढ़ाएंगे। 11 को फोन आया कि आपकी माता की तबीयत नाजुक है। मैं मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो उनकी मृत्यु हो चुकी थी। मेरी मां की मौत के लिए डॉक्टर जिम्मेदार हैं।