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अलीगढ़ में संघ नेता के बेटे समेत तीन की डेंगू से मौत, सैकड़ों मरीज भर्ती

जानलेवा डेंगू से अलीगढ़ में तीन और लोगों की मौत हो गई।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 09:04 AM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 09:04 AM (IST)
अलीगढ़ में संघ नेता के बेटे समेत तीन की डेंगू से मौत, सैकड़ों मरीज भर्ती
अलीगढ़ में संघ नेता के बेटे समेत तीन की डेंगू से मौत, सैकड़ों मरीज भर्ती

जासं, अलीगढ़: जानलेवा डेंगू से तीन और लोगों की मौत हो गई। मृतकों में संघ के नेता भुवनचंद्र अग्र्रवाल का 22 वर्षीय पुत्र हर्ष अग्र्रवाल, इगलास में नामचीन चमचम विक्रेता मंगलसेन व गांव हस्तपुर निवासी शहनाज शामिल हैं। तीनों का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा था। इसी के साथ डेंगू से मरने वाले लोगों की संख्या चार हो गई है।   

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रेलवे रोड स्थित श्रीराम गारमेंट के संचालक भुवन अग्र्रवाल के 22 वर्षीय बेटे हर्ष को 26 अक्टूबर से तेज बुखार था। मामू भांजा स्थित प्राइवेट डॉक्टर ने वायरल की दवा देकर घर भेज दिया। दवा से फायदा तो हुआ, मगर तीसरे दिन मुंह में कड़वाहट व शरीर में दर्द शुरू हो गया। मंगलवार को पैरों में जकडऩ होने लगी। हर्ष को दूसरे डॉक्टर के यहां ले गए, जहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। प्लेटलेट्स की मात्र 22 हजार रह गईं। बुधवार को वरुण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वेंटिलेटर पर भी रखा गया, मगर गुरुवार रात उसकी मृत्यु हो गई। 

इगलास के युवक ने दम तोड़ा

सराय बाजारा निवासी मंगलसैन बघेल (50) पुत्र नेकसेराम मूल निवासी गांव कजरौठ की सराय बाजार व अलीगढ़ मार्ग पर मंगला चमचम वालों के नाम से मिठाई की दुकान है। एक सप्ताह पहले उन्हें बुखार आया था। जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। अलीगढ़ स्थित केके हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार की दोपहर उन्हें खून की उल्टी हुई और इसके बाद मौत हो गई। 

गांव हस्तपुर निवासी शहनाज (23)पत्नी शरीफ खां को भी चार दिन पहले बुखार आया था। जांच के दौरान डेंगू की पुष्टि की। अलीगढ़ के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। प्लेटलेट्स मात्र 26 हजार रह गईं। गुरुवार को उसकी भी मौत हो गई। इसी गांव में पिछले दिनों भी एक महिला की डेंगू से मौत की जानकारी मिली है। 

बेकाबू हुआ डेंगू, अफसर झाड़ रहे पलड़ा 

डेंगू रोगियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ना-नुकर की कलई खुल गई है। डेंगू ने शहर से लेकर देहात तक ऐसा कहर बरपा रखा है कि प्राइवेट अस्पतालों के वार्डों में यही मरीज दिखाई दे रहे हैं। हैरत की बात ये है कि डेंगू से लोगों की जान जा रही है और विभाग नए मरीजों से पलड़ा झाडऩे में लगा है। शुक्रवार को भी नए मरीज की पुष्टि नहीं की। शहर के वरुण हॉस्पिटल में भर्ती करीब 30 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। 10 मरीजों की हालत गंभीर भी बताई जा रही है। गंभीर मरीजों में सिकंदराराऊ निवासी मोनू (20), छेरत निवासी दुष्यंत चौहान (35), हाथरस निवासी पुष्पलता (58), अतरौली के गांव सुजानपुर निवासी पंकज (17), अमरौली निवासी प्रताप कुमार (25), सासनी निवासी कल्पना शर्मा (28), माली नगला, धनीपुर मंडी निवासी पिंकी देवी (32) व राजविहार, पीएसी निवासी सतेंद्र पाल सिंह आदि शामिल हैं। हॉस्पिटल संचालक डॉ. संजय भार्गव ने बताया कि रोजाना डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। कई मरीजों को वेंटिलेटर पर भी लेना पड़ रहा है। जीटी रोड स्थित श्री साईं आयुर्वेदिक मेडिकल पीजी कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डेंगू के छह मरीज सामने आए हैं। इनमें नगला मौलवी की शालिनी (40), तन्मय राज (16) व उर्मिला देवी (47), गांव ऊदला के गुलफाम (24), नई बस्ती के इकबाल (50), गांव नींवरी की काजल (15) शामिल हैं। हॉस्पिटल के डॉ. अंकित गुप्ता ने बताया कि मरीजों की हालत में सुधार हो रहा है। शहर के अन्य अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों की यही स्थिति हैं। 

स्वास्थ्य विभाग की 13 टीमें लगीं 

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में 13 टीमों ने दुर्गाबाड़ी दौदपुर, धौरा माफी, जमालपुर, भदेसी रोड, मौलाना आजाद नगर, नगला मसानी, केला नगर, जौहराबाद, अमीर निशा, नगला मल्लाह, रेलवे रोड, फल मंडी, खिरनी गेट, इंदिरानगर, हमदर्द नगर, अचल ताल आदि क्षेत्रों में सोर्स रिडक्शन लार्वा रोधी दवा एस्पेस स्प्रे एवं फागिंग की। इन सभी इलाकों में डेंगू रोगी पाए गए हैं। टीम ने डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया। 

अस्पताल में फिर लार्वा 

स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए अभियान चला रहा है, जबकि सरकारी अस्पतालों में ही लार्वा पाया जा रहा है। जिला अस्पताल के बाद अब दीनदयाल अस्पताल में वार्डों के पीछे नालियों में लार्वा मिला। कर्मचारियों ने दवा का छिड़काव कर लार्वा नष्ट किया। 

सरकारी अस्पताल घेरेंगे कांग्रेसी 

कांग्र्रेस के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक विवेक बंसल ने डेंगू पर नियंत्रण न होने व इलाज में कोताही की कड़ी निंदा की है। बंसल ने कहा कि डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। विभागों को पूर्व में युद्ध स्तर पर जो तैयारियां करनी थी, वह नहीं की गईं। ऐसे में डेंगू बेकाबू हो गया और लोगों की मृत्यु होने लगी है। योगी सरकार जन स्वास्थ्य के प्रति चिंता जता रही है, मगर डेंगू के महामारी का रूप लेने से सच सामने आ गया है। यदि जल्द हालात नहीं सुधरे तो कांग्र्रेस कार्यकर्ता सरकारी अस्पतालों का घेराव करेंगे।जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री युवा नेता इंद्रदेव सिंह चौहान ने कहा कि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी पर उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन फेल है। 


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