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अवैध असलहों के साथ पूर्व सपा विधायक सहित छह गिरफ्तार, जेल भेजे गये

एसटीएफ ने अलीगढ़ के पूर्व सपा विधायक राकेश सिंह को विदेशी नाइन एमएम पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर निशानदेही पर लखनऊ से पांच असलहा तस्कर पकडऩे में कामयाबी हासिल की है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 27 Feb 2018 10:11 AM (IST)Updated: Tue, 27 Feb 2018 11:44 PM (IST)
अवैध असलहों के साथ पूर्व सपा विधायक सहित छह गिरफ्तार, जेल भेजे गये
अवैध असलहों के साथ पूर्व सपा विधायक सहित छह गिरफ्तार, जेल भेजे गये

लखनऊ (जेएनएन)। एसटीएफ ने अलीगढ़ के छर्रा क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक राकेश सिंह को विदेशी नाइन एमएम (प्रतिबंधित बोर) पिस्टल के साथ गिरफ्तार करने के साथ ही उसकी निशानदेही पर लखनऊ से पांच असलहा तस्करों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। गिरोह विदेश से प्रतिबंधित बोर के अत्याधुनिक असलहे मंगाकर उन्हें ऊंची कीमतों पर बेचता था। पूर्व विधायक ने साढ़े चार लाख रुपये में टॉरस पिस्टल (मेड इन ब्राजील) खरीदी थी। अन्य आरोपितों के कब्जे से एक मशीन पिस्टल, चार अन्य पिस्टल व कारतूस बरामद किए हैं। विदेशी असलहों की तस्करी से जुड़े कुछ अन्य लोगों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। एक आरोपित इशान ने बताया कि उसका भाई उवैस मिजोरम से असलहों की तस्करी करता था। उसकी भी तलाश की जा रही है। डीजीपी ने एसटीएफ टीम को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

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ये असलहे बरामद 

  • चेक रिपब्लिक मेड मशीन पिस्टल स्र्कोपिअन वीजेड 61, उसकी 20 व 10 राउंड क्षमता वाली दो मैग्जीन।
  • नाइन एमएम की ग्लाक पिस्टल, जिस पर मेड इन अस्ट्रिया दर्ज है। 
  • नाइन एमएम पिस्टल, जिस पर मेड इन चेक रिपब्लिक दर्ज है। 
  • टाम कैट 32 बरेटा पिस्टल, जिस पर मेड इन यूएसए दर्ज है। 
  • नाइन एमएम पिस्टल, जिस पर टारस मेड इन ब्राजील दर्ज है।

म्यामार सीमा से असलहों की तस्करी 

डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि गिरोह म्यामार सीमा से विदेशी असलहों की तस्करी करता था। गिरोह के द्वारा उत्तर प्रदेश में असलहे सप्लाई किए जाने की सूचना पर एसटीएफ को छानबीन में लगाया गया था। एसटीएफ पश्चिम के एएसपी राजीव नारायण मिश्रा ने गोपनीय सूचनाओं के आधार पर सोमवार रात अलीगढ़ के छर्रा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश सिंह को अवैध विदेशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया। आइजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि पूर्व विधायक ने पूछताछ में उनके पास से बरामद नाइन एमएम पिस्टल नागेंद्र प्रताप व इशान से साढ़े चार लाख रुपये में खरीदने की बात स्वीकार की। दोनों के साथ मिलकर अवैध विदेशी असलहों का कारोबार करने की बात कबूली। यह भी बताया कि दोनों कुछ असलहे लेकर लखनऊ पहुंचेंगे। इस पर एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने सीओ प्रमेश कुमार शुक्ला व इंस्पेक्टर अजय पाल की टीम को उनकी घेरेबंदी में लगाया। एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को लखनऊ के मल्हौर रेलवे स्टेशन के पास से अलीगढ़ के क्वार्सी क्षेत्र निवासी नागेंद्र प्रताप सिंह उर्फ ठाकुर, संभल के मोहल्ला चौधरी सराय निवासी इशान चौधरी उर्फ उफक, मु.अनीस उर्फ शिबली, सुबूर अनवर व दिल्ली के जामिया नगर क्षेत्र निवासी वसीम अहमद को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक नागेंद्र व इशान ने भी 4.5 लाख में एक विदेशी पिस्टल पूर्व विधायक को बेचने की बात स्वीकार की है। नागेंद्र व उसके चारों साथियों के खिलाफ चिनहट कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। 

पूर्व विधायक ने कमरे से निकालकर दी पिस्टल

एसटीएफ ने पुख्ता जानकारी के आधार पर पूर्व विधायक राकेश सिंह से विदेशी पिस्टल के बारे में पूछताछ की, जिस पर उन्होंने असलहा होने की बात कबूल ली। पूर्व विधायक ने अपने घर के एक कमरे में रखी पिस्टल खुद निकालकर पुलिस के सिपुर्द की।

जमानत मिली नहीं, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जेल

अलीगढ़ सपा के पूर्व विधायक राकेश सिंह को तस्करी की विदेशी पिस्टल रखने के आरोप में जेल भेज दिया गया है। लखनऊ एसटीएफ ने सोमवार रात करीब एक बजे गिरफ्तारी के बाद रातभर क्वार्सी थाने में रखा गया। मंगलवार दोपहर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। उन्हें न निचली अदालत ने जमानत मिली, न ही सत्र न्यायालय ने अंतरिम जमानत। कोर्ट ने प्रकरण गंभीर बताते हुए जमानत अर्जी पर पांच मार्च को सुनवाई तय की है। अदालत परिसर से लेकर जेल तक समर्थकों की भारी भीड़ ने जेल जा रही गाड़ी रोकी, लेकिन पुलिस ने सबको हटाते हुए पूर्व विधायक को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। इस दौरान समर्थकों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। 

सोमवार देर रात मारा छापा

18 सदस्यीय ऑपरेशन टीम के प्रभारी व लखनऊ एसटीएफ के एएसपी राजीव नारायण मिश्रा के मुताबिक अलीगढ़ में छर्रा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश सिंह ने करोड़ों के हथियार बेचे-खरीदे हैं। पुख्ता सूचना पर सोमवार रात पूर्व विधायक के रामघाट रोड स्थित रॉयल गायत्री होम्स अपार्टमेंट में छापा मारा गया। ना-नुकर के बाद पूर्व विधायक ने विदेशी पिस्टल सौंप दी। 16 कारतूस भी मिले हैं। फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी रिपोर्ट क्वार्सी थाने में एसटीएफ के प्रभारी निरीक्षक राकेश पालीवाल ने लिखाई। 

राकेश शर्मिंदा हुआ और माफी मांगी

दिवंगत पिता राजपाल सिंह के शिक्षक होने का हवाला देते हुए राकेश शर्मिंदा हुआ और माफी मांगी। बताया कि यह पिस्टल ही नागेंद्र प्रताप सिंह उर्फ ठाकुर ने ईशान चौधरी से लेकर उन्हें 4.50 लाख रुपये में बेची थी। नागेंद्र, कुख्यात सुरेंद्र सिंह उर्फ डैडी का बेटा है। वर्ष 1989 में डैडी की गैंगवार में हत्या कर दी गई थी। 

साजिश की उच्चस्तरीय जांच हो : राकेश 

पूर्व विधायक राकेश सिंह ने एसटीएफ की पूरी कहानी को मनगढ़ंत बताते हुए राजनीतिक साजिश करार दिया। कहा, हमने जो पिस्टल दिखाई थी, वह चचेरे भाई की लाइसेंसी पिस्टल थी। उन्होंने पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की।


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