स्माॉग से लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण, पूरे दिन आसमान में छाई रही धुंध Aligarh news
स्मॉग के कारण वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। पूरे दिन आसमान में धुंध दिखाई दी। पड़ोसी जिले अलीगढ़ के साथ यहां भी एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ गया है। 24 घंटे में सात प्वाइंट बढ़ गया है। हाथरस का एक्यूआइ लेवल 152 हो गया है।
हाथरस, जेएनएन : स्मॉग के कारण वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। पूरे दिन आसमान में धुंध दिखाई दी। पड़ोसी जिले अलीगढ़ के साथ यहां भी एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ गया है। 24 घंटे में सात प्वाइंट बढ़ गया है। हाथरस का एक्यूआइ लेवल 152 हो गया है। धुंध के कारण आंखों में जलन की शिकायत आम हो गई है। साथ ही श्वांस व अस्थमा रोगियों की संख्या की दिक्कतें बढ़ रही हैं।
कई दिनों से बनी हैै स्थिति
पिछले कई दिन से हवा में कोहरा और धूल मिश्रित कणों के कारण स्मॉग की स्थिति बनी हुई है। हवा में नमी होने के कारण धूल के कण अधिक ऊंचाई तक नहीं जा पा रहे हैं। इस कारण 24 घंटे स्मॉग बना रहता है। ये हालात लोगों को दिक्कतें पैदा कर रहे हैं। अलीगढ़ में शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 145 प्वाइंट था जोकि शनिवार को 153 प्वाइंट तक पहुंच गया है। जनपद हाथरस में भी 152 प्वाइंट तक पहुंच गया है, जोकि सामान्य से 50 से अधिक है। सामान्य परिस्थितियों में 100 प्वाइंट होना चाहिए। प्रदूषण बढऩे की वजह उत्तरी भारत में पराली जलाने के साथ स्थानीय स्तर पर होने वाले वायु प्रदूषण की वजह से हो रहा है। इसमें फैक्ट्री और वाहनों से निकलने वाला धुआं भी है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी रामगोपाल ने बताया कि हवा चलने या बारिश होने पर ही यह कम हो सकता है।
खेत में पराली जलाना पड़ा महंगा
सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव इकबालपुर निवासी एक किसान को खेत में पराली जलाना महंगा पड़ गया । आरोपित किसान के खिलाफ क्षेत्रीय लेखपाल ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रदूषण को लेकर कोर्ट व एनजीटी के आदेश पर सख्ती बरती जा रही है। क्षेत्रीय लेखपाल मुकेश कुमार ङ्क्षसह ने रिपोर्ट में कहा है कि गांव इकबालपुर निवासी चंद्रपाल ने शासनादेश की अवहेलना करते हुए अपने खेत में धान की पराली जला दी आरोपित के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मौसम ने कराया ठंड का अहसास
मौसम बदलने से अब लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत होने लगी है। सुबह और शाम के वक्त लोग घरों से गर्म कपड़े पहनकर निकल रहे हैं। प्रदूषण और मौसम ठंडा होने के कारण लोग अब कम निकल रहे हैं। नहर किनारे व मेंडूरोड स्थित बैनीराम बाग आदि स्थानों पर टहलने वालों की संख्या भी कम दिख रही है।