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Initiative : छोटी सी मुहिम लाएगी बड़ा रंग, समाज में आएगा बदलाव Aligarh news

होलिका में हर साल लाखों टन लकड़ी जला दी जाती है। तमाम लोग हरे पेड़ों की भी बलि दे देते हैं। ऐसे में गोभक्त कृष्णा गुप्ता ने नई पहल शुरू की है। उन्होंने हाेलिका में सभी से लकड़ी न जलाने की अपील की है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 11:12 AM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 11:12 AM (IST)
Initiative : छोटी सी मुहिम लाएगी बड़ा रंग, समाज में आएगा बदलाव Aligarh news
पर्यावरण प्रेमी होलिका में उपले रखने को तैयार हो रहे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन : होलिका में हर साल लाखों टन लकड़ी जला दी जाती है। तमाम लोग हरे पेड़ों की भी बलि दे देते हैं। ऐसे में गोभक्त कृष्णा गुप्ता ने नई पहल शुरू की है। उन्होंने हाेलिका में सभी से लकड़ी न जलाने की अपील की है। उन्होंने होलिका दहन में उपले रखने की मुहिम शुरू की है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार भी तेजी से शुरू कर दिया है। अपनी गोशाला में भी वह बड़ी मात्रा में उपले तैयार करा रही हैं। कृष्णा गुप्ता का कहना है कि समाज के लोगों का सहयोग मिल रहा है, पर्यावरण प्रेमी होलिका में उपले रखने को तैयार हो रहे हैं। छोटी सी मुहिम है, होलिका तक जरूर रंग लाएगी।

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होली में जलेंगे उपले

समाजसेवी कृष्णा गुप्ता गोशाला में वर्षों से गऊ माता की सेवा कर रही हैं। नगला मसानी स्थित पंचायती गोशाला में 700 से अधिक गोवंश हैं। कृष्णा गुप्ता प्रतिदिन इनकी सेवा के लिए आती हैं। यहीं से उनका पर्यावरण प्रेम भी जागृत होता चला गया। कृष्णा गुप्ता कहती हैं कि गोशाला में गोबर का भंडार लगा हुआ है। आम दिनों में तो ट्राली से भरवाकर खेतों में डलवाना पड़ता है। मगर, इस समय गोबर का प्रयोग होलिका के लिए कर सकते हैं। होलिका के लिए वह गोबर से उपले तैयार कर सकते हैं। इन उपलों को होलिका में रखें, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा। कृष्णा गुप्ता ने कहा कि होली के समय सैकड़ों पेड़ काट दिए जाते हैं। यदि हम उपले का प्रयोग करेंगे तो पेड़ कटने से बचेंगे। इसलिए नगला मसानी स्थित पंचायती गोशाला से लोग नि:शुल्क गोबर ले जा सकते हैं। वह घर पर जाकर उपले तैयार करें और हाेलिका में वो रखें। कृष्णा गुप्ता ने कहा कि यदि इस बार हम लोगों ने ठान लिया तो शहर में होलिका में हर जगह उपले नजर आएंगे। क्योंकि योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में गोशाला बनवाई है। गोशालाें में सैकड़ों की संख्या में गोवंश हैं। प्रत्येक गोशाला में उपले तैयार कराए जाएं। प्रशासन कड़ाई से नियम लागू करे कि होलिका में उपले रखे जाएं, जिससे लोग लकड़ी न रखें। इससे पर्यावरण को नुकसान होने से हम बचा लेंगे। उपले जलने से राख को खेत और अन्य स्थानों पर डाल सकते हैं। प्रदूषण भी कम होगा। इसलिए समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमियों को इस मुहिम के लिए आगे आना चाहिए। 

गोकाष्ठ का करें प्रयोग

पर्यावरण प्रेमी भूपेंद्र शर्मा ने भी लोगाें से होलिका में गोकाष्ठ का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अकराबाद स्थित रामतीर्थ गोशाला, नगर निगम की गोशाला आदि में गोकाष्ठ बनाया जा रहा है। उसे होलिका में रखें, जिससे पेड़ाें का कटान न हो। भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाना है। पूरे जिले में तीन हजार से अधिक स्थानों पर होलिका रखी जाती हैं। यदि प्रत्येक होलिका में उपले रखे गए तो बड़ी उपलब्धि होगी। भूपेंद्र ने कहा कि इसके लिए वह सामाजिक संस्थाओं को भी एकजुट करेंगे। वह सभी से अपील करेंगे कि होलिका में हरे पेड़ की लकड़ी कतई न रखें। हम सभी को मिलकर इस अभियान जनआंदोलन बनाना है।


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