बॉलीवुड गायक जावेद अली ने बांधा समां, तीन दिन और बढ़ी अलीगढ़ की नुमाइश Aligarh News
नुमाइश को तीन दिन और बढ़़ा दिया गया है। अब समापन 22 की बजाय 25 फरवरी को होगा। शुक्रवार को डीएम चंद्रभूषण सिंह ने दुकानदारों के आग्रह पर इसकी घोषणा की।
अलीगढ़ [जेएनएन]: नुमाइश को तीन दिन और बढ़़ा दिया गया है। अब समापन 22 की बजाय 25 फरवरी को होगा। शुक्रवार को डीएम चंद्रभूषण सिंह ने दुकानदारों के आग्रह पर इसकी घोषणा की। इधर कोहनूर मंच पर 'कहने को जश्न-ए-बहारा है... ' गीत में उनकी आवाज प्यार करने वालों के दिलों को छू। उनका गाया हुआ नगाड़ा-नगाड़ा.. सॉग बजता है तो रुके कदम खुद-ब-खुद थिरकने लगते हैं। हम बात कर रहे हैं, बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक जावेद अली की। शुक्रवार को जब वह नुमाइश के कोहिनूर मंच पर अपने चाहने वालों के सामने आए तो पूरा माहौल सूफी हो गया। देर रात तक उन्होंने अपनी आवाज का ऐसा जादू चलाया कि लोग अपनी कुर्सियों से खड़े होकर झूम रहे थे।
गानों पर झूमते रहे दर्शक
शुक्रवार को कोहिनूर मंच पर जावेद अली नाइट के रूप में नुमाइश का अंतिम कार्यक्रम प्रस्तावित था। ऐसे में शुरुआत से ही दर्शकों में उत्साह देखते बन रहा था। कार्यक्रम की शुरुआत एडीएम सिटी राकेश मालपाणि ने दीप प्रज्वलन कर की। इसके बाद जावेद अली ने साढ़े नौ बजे के बाद अपनी प्रस्तुति शुरू की। सबसे पहले आते ही उन्होंने अपना सबसे प्रसिद्ध 'कहने को जश्न बहरा है ' सुनाया तो दर्शक उत्साहित हो उठे। इसके बाद 'तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास ' से माहौल को गर्म कर दिया। यहां से फिर तू जो मिला तो हो गया सब हासिल से माहौल सूफी हो गया। फिर 'नैना लड़े के लड़े रह गए ' गाया। इन गानों के बाद से दर्शक अपनी धुन में झूम रहे थे। फिर अपने सबसे चर्चित 'कुन फाया कुन ' सुनाया। हर कोई जोश में झूम रहा था। चारों तरफ तालियां और हूटिंग की आवाज थी। दर्शक खुद जावेद अली के साथ गाना गाने को मजबूर थे। 'मौला-मौला ऐ मेरे मौला ' सुनाया। देर रात तक वह अपने गानों से प्रस्तुति देते रहे। इस मौके पर एडीएम वित्त विधान जायसवाल, सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह, एसडीएम कोल आदि मौजूद रहे।
25 को होगा नुमाइश का समापन
नुमाइश को तीन दिन और बढ़़ा दिया गया है। अब समापन 22 की बजाय 25 फरवरी को होगा। शुक्रवार को डीएम चंद्रभूषण सिंह ने दुकानदारों के आग्रह पर इसकी घोषणा की।
28 जनवरी को नुमाइश की शुरुआत हुई थी। सीएए के विरोध प्रदर्शन के चलते शुरुआत में एक सप्ताह तक भीड़ नहीं आई। दुकानदारों के चेहरे मुरझाए रहे। बोहनी तक लाले पड़े रहे। पिछले कुछ दिनों से नुमाइश में भीड़-भाड़ शुरू हुई, तभी समापन की तिथि 22 फरवरी नजदीक आ गई। शुक्रवार को ठेकेदारों के साथ दुकानदारों ने डीएम से मुलाकात कर नुमाइश का समापन आगे बढ़ाने की मांग की। डीएम ने 25 फरवरी तक नुमाइश जारी रखने की घोषणा की।