Move to Jagran APP

दो दिन में पांच लोगों की हत्या से अलीगढ़ में सनसनी, एक भी मामले का अभी खुलासा नहीं

दो दिन में पांच लोगों की हत्या से जिले में सनसनी फैल गई है। मडराक में चौकीदार की हत्या की गई। चालकपुर में एक झोंपड़ी में युवक को जिंदा फूंक दिया गया।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 09:16 AM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 08:39 PM (IST)
दो दिन में पांच लोगों की हत्या से अलीगढ़ में सनसनी, एक भी मामले का अभी खुलासा नहीं
दो दिन में पांच लोगों की हत्या से अलीगढ़ में सनसनी, एक भी मामले का अभी खुलासा नहीं

अलीगढ़ (जेएनएन)।  दो दिन में पांच लोगों की हत्या से जिले में सनसनी फैल गई है। राजस्थान के राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के रिश्तेदार दंपती व साधु की हत्या शुक्रवार की रात हरदुआगंज के गांव सफेदपुरा में की गई। हत्यारों का पता तक अभी पुलिस नहीं लगा सकी है। शनिवार की रात मडराक में चौकीदार की हत्या की गई। अतरौली क्षेत्र के गांव चालकपुर में एक झोंपड़ी में युवक को जिंदा फूंक दिया गया। लगातार हत्या की वारदातों से हर कोई हैरत में है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।

loksabha election banner

आखिर किसने क्यों जिंदा फूंका युवक को ?

युवक को जिंदा जलाने की वारदात शनिवार की रात जिला मुख्यालय से 38 किमी दूर अतरौली क्षेत्र के गांव चालाकपुर में हुई। युवक को जिंदा फूंकने का राज अभी बना हुआ है। गांव से एक किमी दूर ग्राम सभा की ओर से साधु संतों के लिए कमरा बना हुआ है। पास में ही एक साल पहले एक साधु झोपड़ी बनाकर रहने लगा। 10 दिन पहले साधु कहीं चला गया। वह कौन और कहां का था, किसी को नहीं पता। इस झोपड़ी में शनिवार रात करीब एक बजे पेट्रोल डालकर युवक को जिंदा जलाया गया। इसकी उम्र 25 से 30 साल है। रविवार की सुबह बुरी तरह जले युवक का शव देख ग्रामीण दंग रह गए। पुलिस इसकी शिनाख्त के प्रयास में जुटी हुई है।

झोंपड़ी में एक साथ धधकी थी आग

अतरौली इलाके के गांव चालाकपुर में झोंपड़ी संग फूंके गए युवक को पूरे प्लान के तहत हत्यारों ने मौत के घाट उतारा। जिंदा रहने का चांस न बचे इसके लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया। झोंपड़ी में आग भी एक साथ धधकी। युवक पर पेट्रोल डालकर झोंपड़ी में आग लगाई गई थी।  इस सनसनी खेज घटना का एक मात्र गवाह गांव का जितेंद्र है। वह कुछ दूर अपने खेत में पानी लगा रहा था। पिता नलकूप पर सो रहे थे। जितेंद्र के अनुसार रात करीब एक बजे बाबा की झोंपड़ी में धमाके के साथ आग लगी। उसने समझा बाबा के चले जाने की वजह से किसी ने झोंपड़ी जला दी है और वह पानी लगाने में व्यस्त हो गया। शायद हत्यारों ने शव जलाने के लिए झोंपड़ी पर पेट्रोल डाला होगा। जितेंद्र ने बताया कि आग के अलावा किसी वाहन की लाइट भी नहीं दिखी। इससे साफ है कि हत्यारे पैदल गए या वाहनों की हेड लाइट बंद करके निकले। हालांकि मौके से किसी वाहन के गुजरने के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस का मानना है कि जिस तरह घटना को अंजाम दिया उससे लग रहा है कि हत्यारों ने पहले युवक के साथ खाया-पिया होगा। इसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया। शव की शिनाख्त न हो इसलिए जला भी दिया।

कहां से आया साधु कहां चला गया?

घटना के बाद लोगों की नजर उस साधु की ओर घूम गई है जो 10 दिन पहले ही झोंपड़ी से कहीं चला गया। साधु कहां का है, नाम व पता किसी को नहीं मालूम। गया कहां इसकी भी जानकारी नहीं है। ग्रामसभा की ओर से साधु-संतों के लिए कमरा बनाया गया था। इस कमरे पर साधु ने ग्रामीणों की मदद से छप्परनुमा झोपड़ी बना रखी थी।

डीएनए की होगी जांच

सीओ प्रशांत सिंह व कोतवाल प्रवेश राणा ने मौके का जायजा लिया। उन्हें कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली। सीओ के अनुसार शव की निशाख्त के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। आसपास के जिलों को भी सूचित किया जाएगा ताकि वहां गायब युवकों के परिजनों से संपर्क किया जा सके।

मडराक में चौकीदार के हत्यारे भी पुलिस की पकड़ से बाहर

अलीगढ़ शहर से आठ किमी दूर मडराक क्षेत्र में आगरा हाईवे पर निर्माणाधीन केशव नगर कॉलोनी में चौकीदार की हत्या हुई। यहां नगला मंदिर निवासी गोपीराम (70) को झोपड़ी में सोते समय धारदार हथियार से काट डाला। रविवार सुबह शौच जाने वाले ग्रामीणों ने झोपड़ी से बाहर खून देखा, तब पुलिस को सूचना दी। मडराक एसओ मृदुल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के बेटा हरपाल ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है।  शक के आधार पर गांव के तीन लोग हिरासत में लिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दाहिना कान कटा हुआ आया है, गले व गाल पर कट का निशान है। गले की नस से बहे खून के चलते मौत हुई है।

बदमाशों ने टोकने पर  मार दिया चौकीदार

केशव नगर कॉलोनी में चौकीदारी गोपीराम लोधी की हत्या बदमाशों ने टोकने पर की होगी। मौके पर मिले साक्ष्य और रात में इलाके में दिखे संदिग्ध लोगों को देखते हुए पुलिस यही मान रही है। ये भी हो सकता है कि चौकीदार बदमाशों को पहचानता था। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है ये वो लोग हैं जो कालोनी में चल रहे निर्माण काम से जुड़े रहे हैं। गोपीराम काफी दिनों से चौकीदारी कर रहे थे। कालोनी में काम करने वालों को पहचानते भी थे। आसपास के लोगों ने पुलिस को यह भी बताया कि चार-पांच संदिग्ध लोग रात में देखे थे। वे कौन थे यह नहीं पता। एसपी देहात मणिलाल पाटीदार ने बताया कि कालोनी से मशीन का सामान भी चोरी हुआ है। लगता है कि बदमाशों को चौकीदार ने टोका हो, जिसके चलते उनकी हत्या कर दी हो। कुछ पारिवारिक विवाद भी बताया जा रहा है। सभी पहलुओं पर जांच हो रही है।

सीधे-साधे गोपीराम की हत्या से हर कोई हतप्रभ

सीधे-साधे गोपीराम लोधी की हत्या की खबर से गांव नगला मंदिर के ग्रामीण हतप्रभ हैं। पीएम हाउस पर  ग्रामीणों ने बताया कि मेहनत मजदूरी के अलावा किसी से उनका कोई लेना-देना नहीं था। करीब पांच माह पहले ही ड्यूटी संभाली थी। गोपीराम के चार बेटी व इकलौता बेटा हरपाल है। एक सप्ताह पहले वह दिल्ली में नौकरी की तलाश में गया था। पिता की हत्या की सूचना पर गांव लौट आया।

ट्रिपल मर्डर में सट्टेबाज हिरासत में

हरदुआगंज के गांव सफेदपुरा में शुक्रवार रात हुए सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर में हत्यारों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगी हुई हैं। सट्टेबाजों समेत कई लोगों को पुलिस ने उठाया है, लेकिन नतीजा शून्य रहा है। सफेदपुरा गांव के निकट कलाई बंबा स्थित दुरैनी माता मंदिर पर शनिवार रात साधु रूपदास महाराज की हत्या कर दी थी। यहां से कुछ दूर बंबा किनारे खेत में मक्का रखाने गए सफेदपुरा के योगेंद्र सिंह व उनकी पत्नी विमलेश देवी की हत्या कर शव धान के खेत में फेंक दिए थे। एक रात में तीन हत्याओं ने अफसरों के होश उड़ा दिए थे। एसएसपी ने पर्दाफाश के लिए पांच टीम गठित कीं। 48 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। एक दर्जन से अधिक लोग  पूछताछ के लिए उठाए हैं, जिनमें अलीगढ़ के वे लोग भी शामिल हैं जिनका आश्रम पर अक्सर आना जाना था। कई सट्टा माफिया भी बताए गए हैं। सर्विलांस टीम बाबा के गायब मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने के साथ सीडीआर खंगाल रही है। वहीं दंपति की हत्या पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। एसपी देहात मणिलाल पाटीदार ने बताया कि सारे पहलुओं पर काम हो रहा है। जल्द सफलता हाथ लगेगी।

गांव में पसरा सन्नाटा

एक ही रात तीन हत्याओं से मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। योगेंद्र सिंह के मासूम बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव सफेदपुरा में घटना के दूसरे दिन भी कुछ घरों में चूल्हे नहीं जले।

सट्टे की बात पुलिसिया कहानी

बाबा रूपदास की हत्या के पीछे सट्टे का नंबर बताने की बात उनके भाई गिर्राज व भगवान सिंह पुलिसिया कहानी करार दे रहे हैं। उनका कहना है यदि भाई तंत्र मंत्र से सट्टे का नंबर बता देते तो हम इतनी तंगहाली में नहीं होते। पांच भाइयों में रूपदास दूसरे नंबर के थे। सब बेलदारी करते हैं। 90 हजार के कर्जदार हैं। 

आश्रम पर बाबा को श्रद्धांजलि

आश्रम पर सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को दूर दराज के महात्मा व परिजनों ने समाधि पर अखंड ज्योति जलाई। यह 16 दिन तक जलेगी। भक्तों ने बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की। गांव के छेदीलाल ने बताया डेढ़ दशक से सुबह पांच बजे बाबा पूजन शुरू कर देते थे।

ट्रिपल मर्डर को एक ही वजनी चीज से दिया अंजाम

साधु व दंपती की हत्या आधी रात के बाद चंद मिनटों के फासले पर की गई थी। तीनों की हत्या में समानता थी। किसी वजनी वस्तु से जोरदार प्रहार कर मारा गया था। इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट में हुई है। पुलिस के अनुसार साधु की हत्या रात डेढ़ से दो बजे के बीच में हुई है। सिर व चेहरे पर वजनी वस्तु से प्रहार किया गया। इसी तरह योगेंद्र सिंह के सिर व कान पर चोट थी। सीने व चेहरे पर घसीट कर ले जाने जैसे निशान थे। विमलेश के सिर व चेहरे पर भी वजनी वस्तु से प्रहार किया गया था। मेडिकल की भाषा में इसे हार्ड एंड ब्लंड ऑब्जेक्ट कहते हैं, जिसमें हॉकी, डंडा आदि का प्रयोग किया जाता रहा है। साधु की हत्या के बाद ही दंपती की हत्या कुछ मिनटों के अंतराल में की गई। इससे साफ है कि दंपती ने साधु को मारते हुए हत्यारों को देख लिया। पहचाने जाने के भय से हत्यारों ने उन्हें भी मार दिया।

साधुओं की हो चुकी है हत्या

जिले में बीते माह तीन साधुओं की हत्या हुई थी। 12 अगस्त की रात पालीमुकीमपुर क्षेत्र के गांव मिलिक में शिव मंदिर के महंत कालीदास (70) निवासी खुशीपुरा कासिमपुर, किसान सोनपाल (45) निवासी नगला रोशन की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। महेंद्र उर्फ बडेल (43) निवासी रूपवास घायल हुआ था। इसे जमीनी रंजिश मानते हुए तीन लोगों को जेल भेजा है। इसी दिन लोधा क्षेत्र के गांव नादा बाजिदपुर में साधु रामदयाल (53) की हत्या की गई थी, जिसका पर्दाफाश नहीं हो सका है।

महंत व साधुओं को सचेत  करने का चलाया अभियान

जिले में पिछले दिनों मंदिर के महंत-पुजारी व साधुओं की हत्या को लेकर पुलिस-प्रशासन ने थाना स्तर पर बैठक कर उन्हें सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का अभियान शुरू किया है। एसएसपी अजय कुमार साहनी ने सभी सीओ व इंस्पेक्टर को निर्देश दिए हैं कि अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों, मंदिर, आश्रम आदि पर रात में सघन गश्त करें। वहां कोई अराजक तत्व मिलें तो उनके नाम, पते भी नोट कर लिए जाएं। फिर हिदायत दी जाए। रविवार को कई थानों पर साधु, महात्मा, पुजारी व महंतों की बैठक में उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है। किसी तरह की असुरक्षा महसूस हो या विवाद है तो तत्काल जानकारी इलाका पुलिस को दें, जिससे समय रहते समाधान हो सके। इस दौरान पुलिस स्तर से उनसे सुझाव भी मांगे जा रहे हैं। एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव व एसपी देहात मणिलाल पाटीदार ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.