अलीगढ़ में एसएसपी ने घोड़े पर सवार होकर परखी सुरक्षा
धनतेरस पर कोतवाली देहलीगेट व क्वार्सी क्षेत्र में पैदल घूमकर भी की लोगों से बातचीत।
जासं, अलीगढ़ : लॉकडाउन में साइकिल राइड करके सुर्खियों में रहे एसएसपी मुनिराज गुरुवार को अलग अंदाज में नजर आए। धनतेरस पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए घोड़े पर सवार होकर निकल पड़े। बाजारों में उनके साथ एसपी सिटी भी घोड़े पर नजर आए। कोतवाली, देहलीगेट, क्वार्सी के क्षेत्रों में पैदल गश्त भी की। सबकुछ सामान्य मिला।
त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। धनतेरस पर पुलिस सुबह से ही मुस्तैद रही। सार्वजनिक स्थानों पर चेकिग अभियान चलाया गया। कोविड-10 के नियमों का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। एसएसपी शाम करीब पांच बजे घोड़े पर शहर में निकल पड़े। उनके साथ घुड़सवारों का काफिला था। एसएसपी अपने आवास से कठपुला होते हुए रसलगंज पहुंचे। यहां से एसपी सिटी अभिषेक कुमार भी अलग घोड़े पर भ्रमण में शामिल हो गए। यहां से दोनों अधिकारी बारहद्वारी, ऊपरकोट होते हुए कोतवाली पहुंचे। यहां से देहलीगेट तक पैदल चलकर सुरक्षा का हाल जाना। लोगों से बातचीत करके प्रतिक्रिया ली। एसएसपी काफिले के साथ सेंटर प्वाइंट आ गए। यहां भी पैदल गश्त करते हुए गांधीपार्क, फिर किशनपुर तिराहे तक गए। उनके साथ एसपी क्राइम डॉ. अरविद कुमार भी थे। एसएसपी ने कहा कि त्योहार पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए निकले थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। त्योहार खत्म होने तक व्यवस्था लागू रहेगी।
कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण
एसएसपी ने स्मार्ट सिटी के तहत बने नगर निगम के कंट्रोल रूम का भी दोपहर में निरीक्षण किया। भीड़भाड़ वाले इलाकों में कैमरे व पीए सिस्टम के माध्यम से यातायात को नियंत्रित किया। शाम को कोतवाली इलाके में लगे कैमरों को लेकर बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। शहर के तृतीय सर्किल के तहत आने वाले सेंटर प्वाइंट पर पुलिस ने ड्रोन कैमरे से नजर रखी। 35 ट्रैक्टरों पर लगाए रिफ्लेक्टर, चालकों को किया जागरूक
ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार शाम को खेरेश्वर नादा पुल के पास 35 ट्रैक्टरों पर रिफ्लेक्टर लगाए। इंस्पेक्टर केपी गौड़ व दारोगा राममेहर ने चालकों को यातायात नियमों व संकेतों की जानकारी दी। सड़क पर सुरक्षित चलने के प्रति जागरूक किया। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 967 वाहनों का चालान काटा। इनसे 41600 रुपये शमन शुल्क वसूला।