एसडीएम ने किया मेधावी छात्र- छात्राओं को सम्मानित तो बच्चों ने किए सवाल
अलीगढ़ के इगलास तहसील के गांव अनवरपुर स्थित शालिग्राम इंटर कालेज में 10वीं एवं 12वीं में प्रथम आए छात्र छात्राओं को एसडीएम गभाना भावना विमल ने उपहार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किए। इस अवसर पर बच्चों ने एसडीएम से सवाल भी पूछे।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। तहसील इगलास क्षेत्र के गांव अनवरपुर स्थित शालिग्राम इंटर कालेज में टीम हेल्पिंग हैंड्स द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं में प्रथम आए छात्र- छात्राओं को एसडीएम गभाना भावना विमल ने उपहार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
छात्राओं ने एसडीएम से पूछे सवाल
इस मौके पर छात्राओं ने एसडीएम प्रश्न भी पूछे। 12वीं की छात्रा रीना ने पूछा की पीसीएस निकालने में किन कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। शंकरानंद इंटर कालेज की छात्रा ने भी पीसीएस व आईएएस बनने की तैयारियों के सम्बंध में पूछा। एसडीएम ने सबका संतुष्टि से उत्तर दिया और विद्याथियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि मन में लक्ष्य रख लो, मंजिल प्राप्ति में आसानी होगी। नीलम, रोहित, भूरी आदि को सम्मानित किया। इस मौके पर डा. प्रेम सिंह, ओविंद शर्मा, प्रहलाद सिंह, भुवनेश, नरेश, प्रशांत, मोहन आदि थे।
हर शनिवार प्रश्नोत्तरी बढ़ाएगी नौनिहालों का ज्ञान
अलीगढ़ । कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में अब नौनिहालों का बौद्धिक विकास प्रश्नोत्तरी के जरिए किया जाएगा। हर शनिवार को विद्यार्थियों के बीच प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जाएगा। प्रश्नोत्तरी में जल्दी व सही जवाब देने वाले विद्यार्थियों को विद्यालयस्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा। एक हफ्ते में शिक्षक इसका रिपोर्ट कार्ड तैयार कर जारी करेंगे।जिले में बेसिक शिक्षा के 2115 स्कूल हैं, जिनमें 3.10 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्यार्थियों को इसमें जोड़ा जाएगा। शिक्षक पहले एक हफ्ते तक विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से संबंधित पढ़ाई कराएंगे। फिर शिक्षक इसी से संबंधित प्रश्नों को तैयार करके प्रश्नोत्तरी का आयोजन कराएंगे। इससे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को मुस्तैदी से समझकर याद रखेंगे। शुरुआती चरण में ये प्रयोग विद्यालयस्तर पर किया जाएगा। फिर इसका दायरा बढ़ाते हुए प्रश्नोत्तरी में मेधाओं को चयनित किया जाएगा। इनके बीच ब्लाकस्तर पर क्विज कंपटीशन होगा। इससे विद्यार्थियों में और बेहतर करने की प्रवृत्ति जागृत होगी। बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से ये पहल की जा रही है। सभी विद्यालयों में इसकी व्यवस्था कराई जाएगी।