शहर में संदीप चाणक्य ने सीएम से कहा-भाजपा महानगर अध्यक्ष की सोच जेहादी Aligarh news
पार्टी छोडऩे के बाद विवेक सारस्वत के खिलाफ खुलकर मैदान में आए चाणक्य।
अलीगढ़ [जेएनएन] भाजपा से इस्तीफा देने के बाद संदीप चाणक्य महानगर अध्यक्ष विवेक सारस्वत के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। उनके तेवर से अब आर-पार की लड़ाई नजर आ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर महानगर अध्यक्ष की ऑडियो प्रकरण को लेकर शिकायत की है। संदीप ने पत्र में कहा है कि विवेक सारस्वत की सोच जेहादी है। ऐसी सोच रखने वाले अध्यक्ष के साथ भाजपा 2022 का चुनाव कैसे लड़ सकेगी? कार्रवाई की मांग भी की है। भाजपा महानगर अध्यक्ष महानगर अध्यक्ष विवेक सारस्वत ने कहा कि मेरा संदीप से कोई विवाद नहीं है। वे मुझसे क्यों नाराज हैं? इस बारे में भी पता नहीं है। मैं संगठन के प्रति हमेशा से निष्ठावान रहा हूं और आगे भी मेहनत से कार्य करता रहूंगा।
अभद्रता करने वालों को किया पुरस्कृत
विवेक सारस्वत के महानगर अध्यक्ष बनने के बाद से भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व सांसद के करीबी रहे संदीप चाणक्य ने खुलकर विरोध किया था। सोशल मीडिया पर भी विवेक के बारे में तमाम चीजें लिखी थीं। संदीप पार्टी कार्यालय पर ऑडियो वायरल होने के बाद से तल्ख तेवर में आए। उनका कहना है कि जिसने संगठन के खिलाफ बोला और पार्टी के बड़े पदाधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, उसे पुरस्कार दे दिया गया, यह दुर्भाग्य है। संदीप ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि विवेक सारस्वत महानगर अध्यक्ष पद पर चार वर्ष से काबिज हैं। पुन: उन्हें वही पद मिल गया। अध्यक्ष बनने के तीन दिन बाद ही महानगर कार्यालय पर अपने साथियों को पार्टी दी। सत्ता के मद में चूर अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने अपनी ही सरकार और जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा को काले झंडे दिखाने की बात कही। राष्ट्रीय कार्यालय पर तैनात आरपी सिंह के बारे में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। जिले में महत्वपूर्ण थाने को घेरने की योजना, जिले के आला अधिकारियों की खराब कार्यशैली पर भी अपशब्द कहे। मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने कार्यकर्ता को पेट्रोल डालकर उकसाने संबंधी बात भी कही गई। संदीप ने पत्र में कहा है कि विहिप के एक कार्यकर्ता के आत्मदाह की भी स्वीकारोक्ति की गई। यह पूरा प्रकरण 17:23 सेकेंड के आडियो में है। यह गंभीर विषय है। 2022 में चुनाव की तैयारी शुरू हो रही है, ऐसे में जेहादी सोच रखने वाले महानगर अध्यक्ष के साथ भाजपा कैसे चुनाव लड़ेगी, यह सोचकर ही डर लगता है? संदीप ने सीएम से मांग की है कि उच्चस्तरीय कमेटी के माध्यम से जांच कराई जाए, जिससे पर्दाफाश हो सके। ऐसा न हो कि महानगर अध्यक्ष अपने पूर्व की तरह ही एक और मासूम को आपके कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर कर दे।