पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना में बांटा रहा सड़ा-गला गेहूं चावल Aligarh news
जिले की अधिकतर राशन की दुकानों पर इस बार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सड़े-गले राशन का उठान हुआ है। गोदामों से आंख मूंदकर राशन डीलरों के यहां भेज दिया गया है।गेहूं में बदरपुर व चावल में कंकड़ तक मिला हुआ राशन भी पहुंचा है।
सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ । जिले की अधिकतर राशन की दुकानों पर इस बार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सड़े-गले राशन का उठान हुआ है। गोदामों से आंख मूंदकर राशन डीलरों के यहां भेज दिया गया है। कुछ दुकानों पर तो गेहूं में बदरपुर व चावल में कंकड़ तक मिला हुआ राशन भी पहुंचा है। हर दुकान पर 15 से 20 फीसद तक राशन खराब निकल हा है। इससे कार्ड धारकों के साथ ही डीलर भी परेशान हैं। अब पूरे जिले से इस तरह की शिकायतें अफसरों पर पहुंच रही हैं।
जिले में 1350 राशन की दुकानें
जिले में राशन की 1350 दुकानें हैं। इनसे साढ़े छह लाख कार्डधारक जुड़े हैं। इनमें 24 हजार अंत्योदय कार्डधारक हैं। एक अंत्योदय कार्डधारक को हर माह 20 किलो गेहूं व 15 किलो चावल मिलता है। अन्य कार्डधारकों को प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल मिलते हैं। कोरोना काल में सरकार ने राशन को दोगुना कर दिया है। दोनों बार मुफ्त में राशन दिया जा रहा है। महीने की 15 तारीख तक प्रदेश व इसके बाद केंद्र सरकार की तरफ से राशन वितरण होता है।
खराब राशन का उठान
अब जिले में जुलाई का दूसरे चरण के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का राशन बंट रहा है, लेकिन इस बार जिले की राशन की दुकानों पर काफी गले-सड़े राशन की आपूर्ति हो गई है। बारिश में खराब हुए राशन को ही गोदामों से आंख मूंदकर दुकानों पर भेज दिया है। इसको लेकर कार्ड धारक व डीलर परेशान हैं।
12 गोदामों से उठान
स्टेट फूड कार्पोरेशन यानि एसएफसी के 12 गोदामों से डीलरों को एक माह में 12752 मीट्रिक टन राशन का उठान होता है। इसमें 7650 टन गेहूं व 5102 टन चावल होता है। इस राशन के 50 किलोग्राम वजन के करीब 2.50 लाख बोरे होते हैैं। जानकारों की मानें तो कई बार गोदामों पर ही मिलावट का खेल हो जाता है।
केस -1
90 में से 10 बोरे निकले सड़े-गले
शहर के शिवपुरी में 400 राशन कार्ड की एक सस्ते गल्ले की दुकान पर है। इस पर हर महीने 90 बोरे करीब राशन आता है। इस बार राशन बेहद खराब आया है। करीब 10 से 12 बोरी के चावल-गेहूं बुरी तरह घुने व सड़े हैं। गोदाम से ही डीलर को खराब राशन मिला है। डीलर अब इनका वितरण कर रहा है, लेकिन उपभोक्ता लेने को तैयार नहीं हैं। कई उपभोक्ता तो वापस चले गए।
केस -2
100 से ज्यादा बोरे निकले सड़े
नगला मौलवी की दुकान शहर की प्रमुख दुकानों में से एक है। हर महीने यहां करीब 400 बोरे गेहूं-चावल वितरण को आते हैं, लेकिन इस बार सौ के करीब बोरे खराब आ गए हैं। इनमें अधिकतर राशन सड़क व खराब है। इसके चलते उपभोक्ताओं के साथ डीलर भी परेशान हैं। खराब राशन को लेकर दुकान पर खूब हंगामा हो रहा है। हालांकि, अब शिकायत के बाद विभाग से खराब राशन बदलने का आश्वासन मिल गया है।
इनका कहना है
इस बार दुकानों पर बहुत की खराब राशन पहुंचा है। इससे डीलर परेशान हैं। उपभोक्ता खराब लेने को तैयार नहीं हैं। एफसीआई स्तर से ही यह गड़बड़ी हुई है।
विजय विक्रम सिंह, प्रदेश महासचिव, आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन
कुछ दुकानों से खराब राशन की शिकायत मिली थी। इसकी पड़ताल कराई तो सामने आया है कि एफसीआई का एक स्लाट खराब आया है। इस पर सभी डीलरों को खराब राशन बदलने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।
राजेश कुमार सोनी, डीएसओ