रोटावायरस की नई वैक्सीन पहले से ज्यादा सुरक्षित, ये हैं फायदे Aligarh News
डायरिया से बचाने वाली रोटा वायरस वैक्सीन का नया संस्करण रोटावैक-5 डी बाजार में आ गया है। नई वैक्सीन में मात्र 0.5 मिलीलीटर (पांच बूंद) की एक डोज होगी।
अलीगढ़ [विनोद भारती]। नौनिहालों को जानलेवा डायरिया से बचाने वाली रोटा वायरस वैक्सीन का नया संस्करण रोटावैक-5 डी बाजार में आ गया है। नई वैक्सीन में मात्र 0.5 मिलीलीटर (पांच बूंद) की एक डोज होगी, पुरानी वैक्सीन में 2.5 मिलीलीटर की डोज है। रोटावैक 5डी वैक्सीन विपरीत परिस्थितियों में 35 डिग्र्री सेल्सियस तक सुरक्षित रहेगी। हालांकि, सरकार ने इस वैक्सीन को नियमित टीकाकरण में शामिल नहीं किया है।
बीमारियों से मिलेगा छुटकारा
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने देश को अनेक गंभीर बीमारियों से बचाने वाली वैक्सीन दी हैं। इनमें हेपेटाइटिस बी, रोटावायरस, टायफाइड आदि की वैक्सीन शामिल हैं। जल्द ही जीका वायरस का टीका भी लांच करने वाली है। उससे पहले रोटा वायरस वैक्सीन का नया संस्करण लांच कर दिया है।
माइनस तापमान की जरूरत नहीं
रोटावैक 5डी को 2.8 डिग्री सेल्सियस पर 24 माह व 37 डिग्री सेल्सियस पर सात दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। पहली वैक्सीन को -20 डिग्र्री सेल्सियस तापमान पर रखना जरूरी है। यह वैक्सीन कई बार सुदूर क्षेत्रों में नहीं मिल पाती। कंपनी का मानना है कि नई वैक्सीन से इसकी उपलब्धता बढ़ेगी।
ये है रोटावायरस
यह ऐसा वायरस है, जिसकी वजह से आंतों का संक्रमण (गैस्ट्रोएंटेराइटिस) होता है। छह माह से दो साल तक के बच्चों को इसका अधिक खतरा रहता है। खांसने, छींकने व छूने से भी इसका संक्रमण फैलता है। नौनिहालों को इससे जानलेवा डायरिया हो जाता है। रोटावायरस लगने से तमाम बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
वैक्सीन बाजार में रहेगी उपलब्ध
भारत बायोटेक के एरिया बिजनेस हेड मोहम्मद आरिफ का कहना है कि पिछले सप्ताह कंपनी ने रोटावैक 5डी वैक्सीन लॉंच की है। एक खुराक में उपलब्ध व अधिक तापमान पर भी सुरक्षित रहने से इसकी मांग बढ़ी है। ये वैक्सीन बाजार में ही उपलब्ध रहेगी।