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अलीगढ़ में कई इलाकों की सड़कें चलने लायक नहीं, खूब लगाए चक्कर फिर भी लग रहीं ठोकर

जीटी रोड पर छर्रा अड्डा पुल के पास गोपी मिल के पीछे नई आबादी बसी है। इस आबादी में होकर रास्ता जाता है जोकि आज तक चलने लायक नहीं हुआ है। रेलवे लाइन और कच्चे नाले के बीच आज भी कच्च

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 09:19 AM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2019 09:19 AM (IST)
अलीगढ़ में कई इलाकों की सड़कें चलने लायक नहीं, खूब लगाए चक्कर फिर भी लग रहीं ठोकर
अलीगढ़ में कई इलाकों की सड़कें चलने लायक नहीं, खूब लगाए चक्कर फिर भी लग रहीं ठोकर

अलीगढ़ (जेएनएन)। जीटी रोड पर छर्रा अड्डा पुल के पास गोपी मिल के पीछे नई आबादी बसी है। इस आबादी में होकर रास्ता जाता है जोकि आज तक  चलने लायक नहीं हुआ है। रेलवे लाइन और कच्चे नाले के बीच आज भी कच्चा रास्ता है। बारिश होने पर बुरा हाल हो जाता है। जीटी रोड पर आने के लिए चार किलोमीटर घूमकर आना पड़ता है। खास बात यह कि यह रास्ता शहबाजपुर सहित कई गांवों को जोड़ता है।

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मंदिर व मरघट जाने में भी दिक्कत

हालत यह है कि मरघट और मंदिरों को जाने के लिए लोगों को दिक्कत रहती है। बस एक इंटरलाकिंग सड़क के लिए अफसरों और जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगाने के बाद लोग हारकर घर बैठ गए है। एक बार फिर लोकसभा चुनाव होने जा रहे है। लोगों में जनप्रतिनिधियों और अफसरों के प्रति आक्रोश है। इस बीच मेयर, विधायक व सांसद बनते रहे। कुछ तो ऐसे भी थे। उन्हें दोबारा जनता ने मौका भी दिया। जब-जब चुनाव आते हैं तब-तब वायदे उनके जहन में जिंदा हो जाते हैं। लोगों का इतना ही बस चलता है कि वे अपने मन की बात अनूठे तरीके से बैनर टांग कर रहे हैं। सार्वजनिक रूप से कर रहे है। उनकी मांग है कि यदि यह रास्ता पक्का हो जाए तो लोगों को छर्रा अड्डा पुल तक आने के लिए एक शॉर्टकट लिंक रोड मिल जाएगा।

यह क्षेत्र भी हैं बदहाल

कुछ ऐसे ही हालात भमौला, बालमुकुंद नगर, आलमबाग, इस्लाम नगर, भगवान नगर, अवतार नगर की है। जहां लोगों को ठीक ढंग से रास्ते नहीं है। बारिश के दिनों में और बुरा हाल हो जाता है। इनमें कुछ इलाके ऐसे हैं जो पोखरों के सहारे बसे हैं। पोखरों की चौड़ाई और गहराई कम होने के कारण इन इलाकों में पानी भरने से निकलना मुश्किल हो जाता है।

पब्लिक बोल

दलजीत त्यागी का कहना है िक लोगों की समस्या जायज है। इस समस्या से जनप्रतिनिधियों को अवगत कराएंगे। रवि गौड़ ने बताया कि इस समस्या को लेकर अफसरों और जनप्रतिनिधियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन कोई राहत नहीं मिली।विजय कुमार सिंह ने बताया कि रास्ता सही नहीं होने के कारण जीटी रोड पर जाने के लिए चार किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है। बबलू सिंह का कहना है कि सड़क सही होने से केशोपुर गडऱाना, शहबाजपुर सहित कई गांवों के लोगों की राह आसान हो जाएगी।

एक साल पहले लगे पोल पर लाइट नहीं

कुंवर नगर कॉलोनी के लोगों को अभी तक अंधेरे से निजात नहीं मिले है। बिजली विभाग के पोल लगे होने के बावजूद यहां पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। अब यह इलाका नगर निगम के क्षेत्र में आ चुका है। कुंवरसेन मंदिर के पास एक साल पहले विद्युत पोल लगाए गए थे। विधायक और अफसरों के चक्कर लगाए। अंधेरा होने पर महिलाएं और बच्चे घर से नहीं निकलते हैं। लोगों का कहना है कि लाइन इंसपेक्टर ने उन्हें बताया कि क्लिंप नहीं है। इस कारण लाइट नहीं लग पा रही है। अब उनका फोन ही नहीं उठता है।

घर से नहीं निकल पाते

जावित्री देवी ने बताया कि सात बजे के बाद यहां घर से नहीं निकल पाते हैं। अंधेरा होने के कारण डर लगता है। रिचादेवी ने बताा कि शाम होते ही बच्चों को भी घर से नहीं निकलने देते हैं। जलभराव होने पर हालत और खराब होते हैं।


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