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Road Accident on Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे में हाथरस के तीन लोगों की मौत

जनपद मथुरा के नौहझील में यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे में बाइक सवार पिता-पुत्र और दामाद की मौत हो गई। एक ही बाइक पर सवार यह तीनों दिल्ली के एम्स से हाथरस के गांव खोंड़ा लौट रहे थे।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 10:48 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 08:14 AM (IST)
Road Accident on Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे में हाथरस के तीन लोगों की मौत
Road Accident on Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे में हाथरस के तीन लोगों की मौत

हाथरस [जेएनएन]:  जनपद मथुरा के नौहझील में यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे में बाइक सवार पिता-पुत्र और दामाद की मौत हो गई। एक ही बाइक पर सवार यह तीनों दिल्ली के एम्स से हाथरस के गांव खोंड़ा लौट रहे थे। हादसे की जानकारी परिवार के लोगों को हुई तो कोहराम मच गया।

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एम्स से बाइक पर लौट रहे थे पिता-पुत्र और दामाद

हाथरस जिले के थाना सहपऊ के गांव खोंड़ा निवासी करुआ कैंसर से पीडि़त थे। करुआ को दिल्ली के एम्स में दिखाकर पुत्र शेरू और दामाद जलालुद्दीन निवासी बेल का नगला थाना बरहन (आगरा) बाइक से लौट रहे थे। यमुना एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 75 के पास अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में तीनों गंभीर घायल हो गए। पुलिस तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौहझील लेकर आई। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर स्वजन भी खोंड़ा और नगला बेल  से आ गए थे। मथुरा के एसपी देहात श्रीशचंद ने बताया कि टक्कर मारने वाले वाहन की जानकारी नहीं हो सकी। वाहन को तलाश किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। 

गरीबी से लाचार थे शेरू खां

सहपऊ के गरीबी से लाचार शेरू खां पर अपने पिता करुआ खां के इलाज के लिए तो दूर दिल्ली से एंबुलेंस से घर लाने के लिए रुपये तक नहीं थे। मजबूर होकर पिता और जीजा के साथ बाइक से वहां से चल दिए। रास्ते में यमुना एक्सप्रेस वे पर जानलेवा हादसा हो गया। 

एम्स में किया कैंसर घोषित

परिजनों के अनुसार करुआ खां पुत्र छोटे खां के छाती में एक फुंसी निकल आई थी, जिसका इलाज कई हॉस्पिटल में कराया लेकिन ठीक नहीं हुआ तो उसने 20 दिन पहले उसकी जांच एम्स दिल्ली में कराई जहां उसे कैंसर घोषित कर दिया गया और अंतिम स्टेज बताकर उसे घर जाने के लिए कह दिया। उसे लेने उसका पुत्र शेरू (30) पहुंच गया। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते उसके पास किराए के पैसे भी न थे इसलिए दिल्ली के मंगोलपुरी निवासी जीजा जलाउद्दीन से मदद को कहा। तीनों बाइक पर सवार होकर मंगलवार की सुबह चार बजे दिल्ली से बाइक पर गांव की ओर चल दिए। जैसे ही उनकी बाइक यमुना एक्सप्रेस वे के जिला मथुरा में नौहझील थाना के माइल स्टोन के पास आई तभी किसी अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। उनकी मौत की सूचना पर दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। घर में कमाने वाला अकेला शेरू था। वह बुग्गी चलाकर अपने परिवार पालन पोषण करता था। शेरू के तीन लड़के एक लड़की और पत्नी  हैं। उसका एक भाई दिव्यांग है। 


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