मेरठ से क्रांति भड़की, इसलिए वहां से हिंदू न्यायपीठ : पूजा
पीएम पर लगाया फूट डालो राज करो का आरोप
राजनारायण सिंह, अलीगढ़ : देश की पहली हिंदू न्याय पीठ की जज व अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पूजा शकुन पाडेय कहती हैं कि मेरठ क्त्रातिधरा है। प्रथम स्वतंत्रता संग्र्राम की चिन्गारी यहीं फूटी, इसलिए हिंदुओं के साथ न्याय का यहीं से बीड़ा उठाया है। देश में दो साल के अंदर 600 पीठ खोलेंगे। शहर के नौरंगाबाद स्थित बी-दास कंपाउंड निवासी पूजा ने दैनिक जागरण' के साथ पूरी योजना साझा की..
शरिया कोर्ट की तर्ज पर हिंदू न्यायपीठ की जरूरत क्यों पड़ी?
सिस्टम और कानून व्यवस्था ने मजबूर किया इसके लिए। एससी-एसटी एक्ट उलट दिया गया। अब झूठा केस भी लग जाए तो संभ्रांत व्यक्ति की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। धर्मनिरपेक्ष होते-होते इतने जाति-सापेक्ष हो गए? इस स्वतंत्रता दिवस लगा कि हिंदुओं में फूट डालो, राज करो' की नीति लागू हो चुकी है। पीएम इतने ही बलशाली हैं तो राममंदिर के लिए अध्यादेश लाएं। धारा 370 हटाएं। शरिया कोर्ट नहीं हटा पा रहे हैं। मुस्लिम चैलेंज कर रहे हैं। आपकी मौन स्वीकृति है?
.तो आप एससी-एसटी वर्ग को वरीयता देने से खफा हैं?
नहीं। मेरे लिए सभी हिंदू एकसमान हैं। हमारी कोर्ट में किसी हिंदू के साथ अन्याय नहीं होगा। हमारी लड़ाई दोहरे कानून से है। पहले धर्म के नाम पर बाटा। अब वोट देखकर जाति आधार पर बाट रहे हो।
मेरठ ही क्यों?
दो वजहें हैं इसकी। 1857 में मेरठ से ही आजादी का संग्राम छिड़ा था। यहीं से हिंदू-हितों की रक्षा का संग्राम छेड़ूंगी। दूसरा, महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मेरे पति अशोक पाडेय ने शरिया कोर्ट खत्म करने के लिए पीएम-सीएम को पत्र लिखा था। न करने पर 15 अगस्त को हिंदू न्याय पीठ गठन का अल्टीमेटम भी दिया था। जवाब न मिला तो महासभा ने पीठ बनाई, हमें जज।
क्या मकसद है पीठ का?
¨हदुओं की समस्याएं सुलझाना। पारिवारिक विवाद, जमीन, धर्म आदि से जुड़े मामले सुलझाए जाएंगे। अगर प्रधानमंत्री या किसी मुख्यमंत्री ने बात नहीं सुनी तो उन्हें भी नोटिस भेजेंगे। जवाब मागेंगे।
पीएम-सीएम को नोटिस देना संवैधानिक है?
बात नहीं सुनेंगे तो ऐसे ही सुनाएंगे। फिर, क्या शरिया कोर्ट, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और फतवा.संवैधानिक हैं? आप व्यवस्था ठीक कर दो। श्रीराम को टेंट से और कश्मीर को धारा 370 से आजादी दिला दो, हम कोर्ट बंद कर देंगे।
कुछ लोग पीठ पर सवाल उठा रहे हैं?
ये लोग शरिया कोर्ट का विरोध क्यों नहीं करते? देश में ¨हदुओं पर अत्याचार हो रहा है। कोलकाता और केरल में कत्लेआम हुआ। ये लोग क्यों नहीं बोलते?
क्या योजना है आपकी?
अलीगढ़ में मेरे घर व महासभा के कार्यालय में नवंबर तक कोर्ट शुरू होगी। हाथरस, फीरोजाबाद, शिकोहाबाद, इलाहाबाद आदि में जगह देखी है। दो अक्टूबर तक पीठ के बाईलाज बनाएंगे। यूपी के हर जिले में न्यायपीठ खोलेंगे। दो साल के अंदर देशभर में 600 पीठ का गठन करेंगे।
क्या आपकी मंशा चुनाव लड़ने की है?
मैं लड़ूंगी कि नहीं, अभी नहीं कह सकती। हा, पार्टी जरूर चुनाव लड़ेगी।
शिक्षक से महंत. और अब जज
हिसार (हरियाणा) में जन्मी डॉ. पूजा ने सहारनपुर से पढ़ाई पूरी की। गणित व कंप्यूटर साइंस में एमएससी व गणित से पीएचडी हैं। कुछ समय गाजियाबाद के एक इंस्टीट्यूट में शिक्षक रहीं। हिंदू महासभा की 2014 से राष्ट्रीय सचिव हैं। 2017 में द्वारिका के स्वामी कृष्णदेवानंद गिरी के जूना अखाड़ा से महंत चुनी गईं। हाथरस के सिकंदराराऊ में श्रीराम भवन की नींव रखकर सुर्खियों में आई। देशभर में ऐसे भवन का है लक्ष्य।