अलीगढ़ ेस कल्याण सिंह को देखने लखनऊ पहुंचे स्वजन
जासं अलीगढ़ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबीयत खराब होने पर उन्हें देखने स्वजन भी लखनऊ पह
जासं, अलीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तबीयत खराब होने पर उन्हें देखने स्वजन भी लखनऊ पहुंच गए हैं। कल्याण सिंह को लोहिया संस्थान से वहीं संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) में शिफ्ट कर गया है। पूर्व मुख्यमंत्री के एटा सांसद पुत्र राजवीर सिंह राजू भैया ने बताया कि बाबूजी (कल्याण सिंह) की हालत स्थिर है। पूर्व मुख्यमंत्री के नाती सूबे के वित्त राज्यमंत्री संदीप सिंह साथ में हैं। यहां जिले में कल्याण सिंह के शुभचितक चितित हैं, वो पल-पल उनकी सेहत को लेकर जानकारी ले रहे हैं।
तबीयत खराब होने पर कल्याण सिंह को डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में भर्ती कराया गया था। उनके शरीर में सूजन की शिकायत है। जिला पंचायत चुनाव के चलते कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह राजू भैया, नाती संदीप सिंह अलीगढ़ में ही थे। शनिवार को राजू भैया की समधन व वरिष्ठ भाजपा नेता श्यौराज सिंह की पत्नी विजय सिंह के जिला पंचायत अध्यक्ष बनने पर कल्याण सिंह ने उन्हें बधाई दी। संदीप सिंह भी शनिवार को दिनभर मतगणना के दौरान यहीं मौजूद रहे। रविवार सुबह शताब्दी एक्सप्रेस से पूरा परिवार लखनऊ पहुंच गया। कल्याण सिंह की नातिन पूर्णिमा सिंह व उनके पति प्रवीण राज सिंह भी शाम को लखनऊ के लिए रवाना हो गए। कल्याण सिंह के रिश्तेदार श्यौराज सिंह ने बताया कि नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष पत्नी विजय सिंह की सोमवार को भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय आगरा में बैठक है, इसलिए वो लखनऊ नहीं जा पा रहे हैं। एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया, उनकी पूर्व विधायक पत्नी प्रेमलता वर्मा व संदीप सिंह लखनऊ गए हैं। राजू भैया ने बताया कि सभी बाबूजी के स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। अलीगढ़ में कल्याण सिंह के पैतृक गांव मढ़ौली व अतरौली में भी शुभचितक उनके स्वास्थ्य को लेकर चितित हैं। अतरौली के गांव रजातऊ निवासी पूर्व प्रवक्ता व कल्याण सिंह के साथ पढ़ाई करने वाले ऋषिपाल सिंह चितित हैं। सुनील पांडेय ने बताया कि बाबूजी ने जनसंघ का दीपक जलाया और भाजपा का परचम लहराया। जनसंघ और भाजपा की यात्रा तय करने वाले नेता जिले में कम हैं। गर्व है कि उनका सानिध्य हमें मिला। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. राजीव अग्रवाल ने कहा कि बाबूजी ने संघर्ष के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है। विवादित ढांचा ढहने के बाद तो अलीगढ़ पूरी दुनिया में छा गया था।