Move to Jagran APP

बालक के इलाज में लापरवाही को लेकर परिजनों ने लगाया जाम, पुलिस से नोकझाेंक Aligarh news

गांधी पार्क क्षेत्र के नौरंगाबाद में रविवार की देर शाम कुछ लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन कया। आरोप था कि रामघाट रोड स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक ने एडवांस भुगतान न होने पर बालक को निकाल दिया था। जाम खुलवा रहे पुलिसकर्मियों से भी तीखी नोंकझोंक हुई।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 01:50 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 02:45 PM (IST)
बालक के इलाज में लापरवाही को लेकर परिजनों ने लगाया जाम, पुलिस से नोकझाेंक Aligarh news
गांधी पार्क क्षेत्र के नौरंगाबाद में रविवार की देर शाम कुछ लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया।

अलीगढ़, जेएनएन । गांधी पार्क क्षेत्र के नौरंगाबाद में रविवार की देर शाम कुछ लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। आरोप था कि रामघाट रोड स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक ने एडवांस भुगतान न होने पर बालक को निकाल दिया था। जाम खुलवा रहे पुलिसकर्मियों से भी तीखी नोंकझोंक हुई। हाथापाई तक कर डाली। किसी तरह पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। बालक को जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है।

loksabha election banner

छत पर खेलने के दौरान गिरकर घायल हुआ था बालक

क्वार्सी क्षेत्र के सैनी कुंज निवासी सतीश कुमार का 12 वर्षीय बेटा आयुष शनिवार को छत पर खेलने के दौरान गिर जाने से गंभीर रूप से घायल हो गया। स्वजन ने उसे मैक्सफोर्ट हास्पीटल में भर्ती करा दिया। आरोप है कि इलाज के नाम पर डाक्टरों ने रुपये जमा करा लिए। रविवार को एडवांस रुपये जमा कराने कहा गया। इसके चलते उसे बाहर कर दिया। इंस्पेक्टर गांधीपार्क हरिभान सिंह राठौर ने उन्हें समझाकर जाम खोलने को कहा तो गुस्साए लोगों ने पुलिस कर्मियों से हाथापाई पर उतारू हो गए। किसी तरह पुलिस ने भीड़ को खदेड़ते हुए बालक को जिला अस्पताल भिजवाया। जहां से उसे जेएन मेडिकल कालेज में रेफर कर दिया गया। नाजुक हालात में नाजुक बनी हुई है। दो दिन पहले वह छत से गिरकर जख्मी हो गया था। इससे पहले स्वजन बालक को लेकर पहले कोल विधायक अनिल पाराशर के आवास पर पहुंचे, लेकिन न मिलने पर निराश होकर लौट आए। इस पर अस्पताल संचालक डा. चितरंजन का कहना है कि बालक शनिवार को भर्ती हुआ था। रविवार को परिजन अपनी सहमति से ले गए। लिखकर भी दिया। बालक को निकाले जाने का आरोप गलत है। परिजनों की ओर से कुल आठ हजार रुपये जमा कराए गए थे।

इनका कहना है

बालक के स्वजन उनके आवास पर पहुंचे थे, उस वक्त वे कहीं बाहर थे। जैसे ही उन्हें बालक के बारे में पता चला तो अधिकारियों से बालक को जिला अस्पताल व मेडिकल भिजवाया। बालक के बेहतर इलाज को हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।

- अनिल पाराशर, कोल विधायक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.