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आतंकियों का निशाना बनने से पहले अलीगढ़ आए थे राजीव

- राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर विशेष - जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांध्

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 May 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 09:00 AM (IST)
आतंकियों का निशाना बनने से पहले अलीगढ़ आए थे राजीव
आतंकियों का निशाना बनने से पहले अलीगढ़ आए थे राजीव

- राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर विशेष - जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी अब हमारे बीच नहीं रहे, उनकी यादें ही शेष हैं। राजीव गांधी का अलीगढ़ से गहरा नाता रहा है। यहां उन्होंने दो चुनावी सभाएं की थीं। 21 मई 1991 को कोयंबटूर में आतंकियों का निशाना बनने के एक सप्ताह पहले उन्होंने नुमाइश मैदान में सभा को संबोधित किया था। अलीगढ़ में उनकी अंतिम यात्रा साबित हुई।

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राजीव गांधी ने सबसे पहले 1989 में पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह के पक्ष में इगलास में सभा को संबोधित किया। विधान सभा के इस चुनाव में बिजेंद्र सिंह को जीत भी हासिल हुई। इसके बाद उन्होंने 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में चौ. बिजेंद्र सिंह के पक्ष में ही नुमाइश मैदान में सभा की। पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी। लोग उन्हें दिल से चाहते थे, वो किसान व मजदूरों की आवाज उठाते थे।

एएमयू से भी लगाव : राजीव गांधी एएमयू तो नहीं आए लेकिन उनका इस संस्था और छात्रों से लगाव रहा। यूनिवर्सिटी के संगीत शिक्षक जॉनी फॉस्टर बताते हैं पूर्व प्रधानमंत्री ने उनकी एक म्यूजिक एलबम को दिल्ली में रिलीज किया था। तब वह 15 छात्रों के दल के साथ पीएमओ गए थे। राजीव जी एएमयू व छात्रों से विशेष लगाव रखते थे।

इनसर्ट

'एक दिन देखना किसान

खेत में खड़े होकर बात करेगा'

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अश्वनी शर्मा को 12 फरवरी 1991 का वो दिन याद है, जब उन्होंने राजीव गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी। अश्वनी शर्मा बताते हैं कि उन दिनों अलीगढ़ में दंगा हुआ था। हम रिपोर्ट लेकर दिल्ली गए थे। जब चलने को हुए तो राजीव जी ने कहा था कि अगली बार जब हमारी सरकार आएगी तो किसान खेत में खड़े होकर बात करेगा। इसके लिए मोबाइल लांच करेंगे। अश्वनी शर्मा ने कहा कि राजीव गांधी पार्टी के लिए ऐसी क्षति थी जिसकी पूर्ति नहीं हो सकती है। देश उन्हें हमेशा याद रखेगा।


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