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    राजस्थान की महिला को HIV संक्रमित ब्लड चढ़ाने की जांच शुरू, निजी अस्पातल में हुआ था रसौली का ऑपरेशन

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 11:05 PM (IST)

    स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर लापरवाही उजागर करते हुए एक निजी अस्पताल में रसौली के ऑपरेशन के लिए भर्ती महिला को उसके ही रिश्तेदार जीजा का खून चढ़ा ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़े पैमाने पर लापरवाही का झलकाता एक चौंकाने वाला मामला पिछले दिनों सामने आया है। निजी अस्पताल में रसौली का आपरेशन के लिए भर्ती महिला उसके ही रिश्ते के जीजा का खून चढ़ा दिया, जो कि एचआइवी संक्रमित था। इससे दोनों ही एचआइवी संक्रमित हो गए। पीड़िता के पति की शिकायत पर एएमयू व दीनदयाल चिकित्सालय के तीन विशेषज्ञों की टीम गठित की गई, जिसने मंगलवार को जांच भी शुरू कर दी।

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    राजस्थान के डींग जिले की बंजारा समाज की महिला को रसौली थी। महिला का यहां मायका है, अत: स्वजन ने पिछले दिनों जेल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उसे आपरेशन के लिए भर्ती करा दिया। चिकित्सक ने स्वजन को आपरेशन के लिए खून की व्यवस्था करने को कहा। डिमांड लेटर में बी पाजिटिव ग्रुप के फ्रेश खून की आवश्यकता बताई।

    ब्लड बैंक से खून लेने पहुंचा

    30 जून को महिला का जीजा जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक से खून लेने पहुंचा। कर्मचारियों ने बदले में खून मांगा। रेपिड जांच के बाद जीजा से खून लिया गया और फिर उसे ही लौटा दिया। आपरेशन के दौरान यही खून महिला को चढ़ा दिया गया। करीब एक महीने बाद जीजा की जांच हुई तो वह एचआइवी पाजिटिव पाया गया। इससे साफ था कि महिला को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ा दिया गया, उसकी जांच हुई तो वह भी संक्रमित पाई गई।

    महिला के पति ने आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की तो इस लापरवाही का पर्दाफाश हुआ। पहले एडी हेल्थ डा. मोहन झा ने पूरे मामले की जांच की। ब्लड बैंक कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। निजी अस्पताल में भी पूछताछ की। सफाई दी गई कि जिस समय महिला के जीजा का खून लिया गया, वह विंडो पीरियड में था, जिससे रेपिड जांच में एचआइवी संक्रमण का तत्काल पता नहीं चलता।

    तीन वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल

    एडी हेल्थ ने रिपोर्ट जमा कर दी है। वहीं, प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ ने उच्चस्तरीय जांच समिति गठित की है, जिसमें दीनदयाल अस्पताल और जेएन मेडिकल कालेज के तीन वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल किए गए हैं। मंगलवार को टीम के सदस्यों ने जांच शुरू कर दी।

    सीएमओ डा. नीरज त्यागी ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है, जिसने जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।