Independence Day Aligarh Weatherforecast : रिमझिम बारिश ने स्वतंत्रता दिवस को बनाया और अधिक खुशनुमा
15 अगस्त की सुबह बादल और सूरज की लुकाछुपी से हुई। मौसम में इस्वतंत्रता दिवस को और अधिक खुशनुमा बना दिया।
अलीगढ़ जेएनएन : 15 अगस्त की सुबह बादल और सूरज की लुकाछुपी से हुई। मौसम में इस्वतंत्रता दिवस को और अधिक खुशनुमा बना दिया। कोरोना वायरस के खौफ और बढ़ती पॉजिटिव मरीजों की संख्या को लेकर सामूहिक रूप से कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई थी। कभी धूप तो कभी छांव की बीच सरकारी कार्यालय और गैर सरकारी कार्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर झंडा फहराया गया। एएमयू में कुलपति प्राेे तारिक मंसूूूर ने और कलक्ट्रेट डीएम चंद्रभूषण सिंंह ने झंंडाा फहराया। इसकेे अलावा जिले भर में झंंडा रोहण किया गया ।एएमयू परिसर में कुलपति ने पौधा रोपण किया। साथ ही स्वतंत्रता दिवस के समारोह को संबोधित किया। इस दौरान एएमयू के तमाम अधिकारी माैजूद रहे।
सुबह से ही आसमान में बादल छाए
सुबह 11 बजे के करीब रिमझिम बारिश ने स्वतंत्रता दिवस को और ज्यादा खुशनुमा बना दिया है। ध्वजारोहण को निकले लोगों को सड़कें और पार्क गीले मिले। दो दिन पहले लगातार रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात होती रही है। शनिवार सुबह आसमान में बादल छाए हैं। दोपहर बाद भी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मानसून के पूरे तरह सक्रिय होने का इंतजार तालानगरी के नागरिकों बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
74 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक दीपक रतन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज द्वारा पुलिस लाइन जनपद अलीगढ़ में पर ध्वजारोहण किया गया । सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया । साइबर क्राइम थाना अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ का उद्घाटन किया गया । इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर अभिषेक, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शुभम पटेल, पुलिस अधीक्षक यातायात सतीश कुमार, अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
दो दिन की बारिश ने खोल दी थी नगर निगम की पोल
गुरुवार को तीन घंटे मूसलाधार और दिनभर हुई रिमझिम बारिश में आधा शहर जलमग्न हो गया। रामघाट रोड, गुरुद्वारा रोड, मैरिस रोड, आवास विकास, गूलर रोड, गोङ्क्षवद नगर आदि क्षेत्रों में पानी भर गया। पंङ्क्षपग स्टेशन कागजों में चलते नजर आए। गुरुद्वारा रोड पर भरा पानी देररात तक निकल सका, जबकि यहां पंङ्क्षपग स्टेशन की क्षमता बढ़ाने के दावे किए गए थे। चलने के कुछ देर बाद ही मोटर बंद हो गई। कई पंङ्क्षपग स्टेशन को बिना बिजली के संचालित हैं, यहां लाखों रुपये का डीजल फूंक दिया जाता है। पंङ्क्षपग स्टेशन भी रखरखाव के अभाव में कुछ देर चलने के बाद हांफने लगते हैं। मैरिस रोड पर पानी निकालने को लगा पंप सैट चल न सका। शाहजमाल, गूलर रोड, नई बस्ती में भी पंप सेट बंद रहे। हर साल इन पर एक से डेढ़ करोड़ रुपये का खर्चा दिखाया जाता है।