किसानों के मुद्दे पर हमेशा मौन रहे प्रियांका व राहुल, अलीगढ़ में सूबे के गन्ना व चीनी विकास मंत्री ने लगाया आरोप
जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनप्रतिनिधियों व जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की फिर मीडिया से रूबरू हुए।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सूबे के गन्ना व चीनी मिल विकास मंत्री सुरेश राणा ने सोमवार को प्रियांका गांधी के मौन रखने पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि प्रियांका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी किसानों के मुद्दे पर बोले ही कब हैं? वह मौन रहे हैं, इसलिए किसानों की स्थिति ऐसी रही है। भाजपा ने किसानों की चिता की है। मोदी और योगी सरकार में किसानों की स्थिति सुधरी है।
जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनप्रतिनिधियों व जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की, फिर मीडिया से रूबरू हुए। राणा से सवाल किया गया कि लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर प्रियांका गांधी वाड्रा मौन रहेंगी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को पद से हटाने की मांग करेंगी। इस सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि इन्होंने किसानों के हित की कब चिता की है। जब इनकी सरकारें थीं, तब सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्याएं कीं। यूपीए की सरकार में किसानों की सबसे अधिक दुर्दशा थी। मुझे याद है कि 2013 में राहुल गांधी ने कहा था कि हम सरकार में आते हैं तो एपीएमसी एक्ट में संशोधन करेंगे, मगर क्या किया? दरअसल, वो कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं बोलते कुछ और हैं। उनके अंदर साहस नहीं है। साहस होता तो किसानों की हालत खराब नहीं होती। साहस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में है। आज किसान अपना अनाज देश के किसी भी कोने में बेच सकता है। किसानों को तमाम टैक्स से मुक्त किया है। उनकी समस्याओं का समाधान किया है। किसानों को बिजली, खाद, पानी आदि सुलभ तरीके से पहुंचाने का काम किया है। राजस्थान में अनुसूचित जाति के युवक को पीट-पीटकर मार दिया गया, राहुल गांधी एक बार देखने तक नहीं गए। मगर, यूपी में घटना हुई तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने निष्पक्ष काम किया।