Pulwama terror attack : कैंपस से बाहर न निकलें एएमयू के कश्मीरी छात्र, गुस्से में है पब्लिक
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने कैंपस में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों को सलाह दी है कि वह बिना बताए कैंपस से बाहर न जाएं। इसके बाद से कश्मीरी छात्र बाहर जाने से बच रहे हैं।
By Edited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 11:06 AM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने कैंपस में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों को सलाह दी है कि वह बिना बताए कैंपस से बाहर न जाएं। इसके बाद से कश्मीरी छात्र बाहर जाने से बच रहे हैं। एएमयू में पढ़ रहे एक कश्मीरी छात्र ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए ट्विटर पर 'हाउ इज जैश, ग्रेट सर' लिखा था। इसके बाद इंतजामिया ने उसे निलंबित कर दिया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
जवानों के शहीद होने पर आक्रोशित है आमजन
पिछले गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बालों पर हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। आत्मघाती हमलावर की पहचान पुलवामा आदिल अहमद के रूप में हुई। इस घटना के बाद पूरा देश जब आक्रोश की ज्वाला में भी भड़क रहा था तभी एएमयू के पढ़ रहे कश्मीरी के बिरबा के वार्ड-दो इकबाल आबाद निवासी बासिम हिलाल पुत्र हिलाल अहमद के ट्विटर हैंडल से अलीगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल पर 'हाउ इज जैश, ग्रेट सर' लिखा था। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। हमले के बाद बने हालात को देखते हुए ही एएमयू इंतजामिया ने छात्रों को कैंपस से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। कुछ शहरों में कश्मीरियों के साथ घटनाएं होने की खबरें भी आई हैं। एएमयू में साढ़े नौ सौ से अधिक जम्मू-कश्मीर के छात्र पढ़ रहे हैं।
मौखिक रूप से जारी की है एडवाइजरी
एएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर शाफे किदवई का कहना है कि डीएसडब्ल्यू व प्रोवोस्ट की ओर से कश्मीरी छात्रों के लिए मौखिक रूप से एडवाइजरी जारी की गई है। लिखित में कोई आदेश नहीं किया गया है।
जवानों के शहीद होने पर आक्रोशित है आमजन
पिछले गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बालों पर हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। आत्मघाती हमलावर की पहचान पुलवामा आदिल अहमद के रूप में हुई। इस घटना के बाद पूरा देश जब आक्रोश की ज्वाला में भी भड़क रहा था तभी एएमयू के पढ़ रहे कश्मीरी के बिरबा के वार्ड-दो इकबाल आबाद निवासी बासिम हिलाल पुत्र हिलाल अहमद के ट्विटर हैंडल से अलीगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल पर 'हाउ इज जैश, ग्रेट सर' लिखा था। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। हमले के बाद बने हालात को देखते हुए ही एएमयू इंतजामिया ने छात्रों को कैंपस से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। कुछ शहरों में कश्मीरियों के साथ घटनाएं होने की खबरें भी आई हैं। एएमयू में साढ़े नौ सौ से अधिक जम्मू-कश्मीर के छात्र पढ़ रहे हैं।
मौखिक रूप से जारी की है एडवाइजरी
एएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर शाफे किदवई का कहना है कि डीएसडब्ल्यू व प्रोवोस्ट की ओर से कश्मीरी छात्रों के लिए मौखिक रूप से एडवाइजरी जारी की गई है। लिखित में कोई आदेश नहीं किया गया है।
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