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अलीगढ़ में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में घोटालों पर जनप्रतिनिधियों की नजर, कोई नहीं बचेगा

स्वास्थ्य विभाग के घोटाले से पूरा जिला हिल चुका है। अब तो स्वास्थ्य विभाग ही नहीं सरकारी दफ्तरों में भी घोटाले को लेकर चर्चाएं हो रही हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 12:00 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 05:36 PM (IST)
अलीगढ़ में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में घोटालों पर जनप्रतिनिधियों की नजर, कोई नहीं बचेगा
अलीगढ़ में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में घोटालों पर जनप्रतिनिधियों की नजर, कोई नहीं बचेगा

अलीगढ़, जेएनएन : स्वास्थ्य विभाग के घोटाले से पूरा जिला हिल चुका है। अब तो स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, सरकारी दफ्तरों में भी घोटाले को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। घोटाले का नाम आते ही लोग उसे स्वास्थ्य विभाग से जोड़ लेते हैं। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। उनका दावा है कि घोटाले के दोषियों के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई होगी। सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है, उससे पीछे नहीं हटने वाली है। जल्द ही कार्रवाई होगी, दोषी बचेगा नहीं? 

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बनाई गई थीं जांच समिति

तीन साल पहले बतौर सीएमओ डॉ. एमएल अग्र्रवाल के चार्ज लेने के बाद से स्वास्थ्य विभाग सुर्खियों में है। करोड़ों के घपले-घोटाले सामने आए। जांच समितियां बनाई गईं। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट लखनऊ तक गईं, मगर सभी घोटाले दफन हो गए। जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी हैरान करने वाली रही। भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता शासन की ओर देख रही है। रविवार को जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी तोड़ी।

नहीं बर्दाश्‍त किया जाएगा भ्रष्‍टाचार

 कोल विधायक अनिल पाराशर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह को यहां की प्रत्येक सूचना भेजी जा रही है। मैंने स्वयं व्यक्तिगत रूप से नौ करोड़ रुपये घोटाले समेत अन्य घोटाले के बारे में उन्हें बताया है। पाराशर ने कहा कि हम चुप हैं इसका मतलब यह नहीं कि कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ से लेकर लखनऊ तक जिन अधिकारियों का काकस है, उसे भी तोड़ा जाएगा। इस सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी समय मांगा है। उनके सामने काला चिट्ठा खोलकर रख देंगे। 

शहर विधायक संजीव राजा ने कहा कि उन्होंने भी इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री को पूरी जानकारी दे दी है। एक-एक पर नजर रखे हैं। पहले सोचा कि अधिकारी सुधर जाएंगे, उनमें कोई सुधार नहीं आया। संजीव राजा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों पर कार्रवाई होगी, इसे कोई रोक नहीं सकता। 

ये है मामला 

दीनदयाल अस्पताल व अतरौली के 100 बेड अस्पताल में नौ करोड़ के टेंडर घोटाला हुआ। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए घटिया फर्नीचर खरीदा गया। इसमें 50 लाख रुपये का घोटाला है।  एक दर्जन के करीब और घोटाले हैं। 


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