पं बिहारीलाल महाराज ने कुछ इस तरह सुनाई शिव पुराण की कथा,बदल गया चोर का मन, बोला नहीं करूंगा अब चोरी
वृन्दावन धाम से आए पंडित बिहारी लाल महाराज ने अलीगढ़ के विनय नगर में आयोजित शिव पुराण कथा में भोलेनाथ के दयालुपन का इस तरण वर्णन किया कि चोर मन बदल गया। चोर मंदिर में मंदिर में चोरी करने आया था।
अलीगढ़, जेएनएन। वृन्दावन धाम से आए पंडित बिहारी लाल महाराज ने अलीगढ़ के विनय नगर में आयोजित शिव पुराण कथा में भोलेनाथ के दयालुपन का इस तरण वर्णन किया कि चोर मन बदल गया। चोर मंदिर में मंदिर में चोरी करने आया था। मंदिर में सोने का घंटा चोरी करने के लिए शिवलिंग पर ही चढ़ गया। तभी भगवान शिव प्रकट हो गए और बोले, मांगो भक्त, क्या मांगना है। शिवजी बोले, सभी भक्त मुझपर फूल पान पत्ते ओर दूध चढ़ाते हैं, पर तुमने खुद को ही मुझे समर्पित कर दिया। मेरी शिवलिंग पर चढ़ गए इसलिए मांगो क्या चाहिए। शंकर भगवान के दयालु पन को देखकर, चोर ने सब कुछ सच बता दिया। चोर ने कहा, मैं तो चोरी करने आया था। आज के बाद में कभी चोरी नहीं करूंगा। इस दृश्य को देखकर भक्त बम बम भोले के जयकारे लगाने लगे। पूरा माहौल शिव मय हो गया।
भगवान शिव जैसा कोई दयालु नहीं
शहर के जीबीएम माल के निकट विनय नगर में आयोजित शिव पुरण कथा में तीसरे दिन पंडित बिहारीलाल महाराज ने बताया गया की शंकर भगवान जैसा कोई दयालु नही है। भक्त द्वारा गलती से भी की गई भक्ति पर भी रीझ जाते है। एक एक चोर अपनी पत्नी के बार-बार कहने पर मंदिर में जाता है। दर्शन के लिए उसे वहां सोने का घंटा दिखाई दे जाता है। तभी उसके मन चोरी करने का विचार आता है और वो जब मंदिर में कोई नही होता तो वहाँ चोरी करने के लिए जाता है। घंटे पर हाथ नही पहुचता तो शिवलिंग पर चढ़ जाता है। जैसे ही चोर चढ़ता है तभी शिवजी प्रगट हो जाते है। तभी पंडित बिहारीलाल महाराज संगीतमय माहौल में भजन-
भक्त एक शिव का चला, शिव को मनाने के लिए,
हाथ में लौटा लिए जल चढ़ाने के लिए
जल चढ़ाया प्रेम से, देखकर सोने का घंटा, हो गई नीयत खराब,
चढ़ गया शिवलिंग के ऊपर घंटा चुराने के लिए।
हो प्रसन्न शिवजी यूं बोले, भक्त वरदान मांग लो, हाथ जोड़कर भाक्त बोला, नाथ वरदान दीजिए।
दीजिए सोने का घंटा, जीवन बिताने के लिए। भक्त एक शिव का चला, शिव को मनाने के लिए।
सुनाते हैं। इस दौरान पूरा माहौल शिवमय हो गया।
शिवपुराण कथा के समय आयोजक बी.पी राघव, गजेंद्र सिंह राघव, सुरेंद्र सिंह,विवेक चौहान, संजू चौहान, सत्यपाल सिंह जादौन, अनिल कुमार सिंघल, दुष्यंत सेंगर, रीनू पुंडीर, राकेश पुंडीर, डा किसान पाल सिंह, पंडित आरके शर्मा, अनिल, कोमल कांत गर्ग, डा शैलेंद्र वार्ष्णेय, जगदीश चौहान, गिरीश कांत, संजय शर्मा आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।