Muharram पर रंजोगम के साथ AMU से निकला ताजिए का जुलूस, फोटो में देखें गमगीन माहौल
Muharram gloomy atmosphere मंगलवार को एएमयू स्थित बैतुलसलात इमामबाड़ा से ताजिए का जुलूस शुरू हो गया। तहसील व देहली गेट चौराहे पर अन्य स्थानों से आने वाले सभी ताजिए मिलकर शाहजमाल स्थित करबला में गमगीन माहौल में सुपुर्द के खाक किए जाएंगे।
अलीगढ़, जेएनएन। गमगीन माहौल में मंगलवार को मुहर्रम का जुलूस शुरू गया। जुलूस में सीनाजनी करते हुए रंजोगम का माहौल है। सुबह एएमयू स्थित बैतुलसलात इमामबाड़ा से ताजिए का जुलूस शुरू हो गया।
तहसील व देहली गेट चौराहे पर अन्य स्थानों से आने वाले सभी ताजिए मिलकर शाहजमाल स्थित करबला में गमगीन माहौल में सुपुर्द के खाक किए जाएंगे।
एएमयू परिसर में निकले ताजिए के जुलूस में एएमयू बिरादरी के लाेगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसके साथ ही एएमयू के प्रोफेसर, डाक्टर, व स्टाफ के साथ-साथ छात्र मौजूद रहे।
शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने बनाए रखने की अपील
शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने मुहर्रम शांति से मनाने की अपील की और कहा कि जिला प्रशासन का शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करे ताकि शहर में अमन वो अमान बना रहे। उन्होंने ट्यूबलाइट व शीशा न तोड़ने की भी अपील की है। एक दिन पहले एएमयू के ओल्ड बायज एसोसिएशन के कार्यालय में शहर मुफ्ती ने कहा कि नमाज के वक्त जुलूस रोककर नमाज में शरीक हों। जुलूस के दौरान नारेबाजी भी न करें। मुतवल्ली करबला मुख्तार जैदी ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि जिन स्थानों से जुलूस निकलेगा उन रास्तों की सफाई के साथ पेयजल व्यवस्था की जाए।
करबला में दफन होंगे ताजिए
यह जुलूस बैतुलसलात से शुरू होकर शमशाद मार्केट होता हुआ जेल रोड फाटक होता हुआ नुमाइश मैदान गूलर रोड होते हुए देहली गेट पहुंचेगा। अन्य स्थानों से आने वाले जुलूस भी यहीं आकर शामिल होंगे। एक साथ शाहजमाल स्थित कर्बला में दफन किए जाएंगे। इस मौके पर मौलाना सैयद मोहम्मद असगर, आजम मीर और नादिर जैदी उपस्थित रहे।