Dr Bhimrao Ambedkar University Agra : प्राइवेट छात्र-छात्राएं एक हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ 15 तक करें आवेदन Aligarh news
डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध डिग्री कालेजों में पढऩे वाले प्राइवेट छात्र-छात्राओं के पास केवल 15 अप्रैल तक का ही समय है। अगर ये मौका हाथ से निकल गया तो उनका एक साल अटक भी सकता है।
अलीगढ़, जेएनएन : डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध डिग्री कालेजों में पढऩे वाले प्राइवेट छात्र-छात्राओं के पास केवल 15 अप्रैल तक का ही समय है। अगर ये मौका हाथ से निकल गया तो उनका एक साल अटक भी सकता है। आनलाइन आवेदन जमा करने की तिथि 10 अप्रैल 2021 निर्धारित की गई थी। 1000 रुपये विलंब शुल्क के साथ विद्यार्थी 15 अप्रैल तक फार्म भर सकते हैं।
पहले वेब रजिस्ट्रेशन कराना होगा
विवि की जनसंपर्क अधिकारी डा. सुनीता ने बताया कि पहले वेब रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद विद्यार्थी अपना फोटो, आधार कार्ड, अपने हस्ताक्षर और अंतिम वर्ष की अंकतालिका को वेबसाइट पर अपलोड करेंगे। विद्यार्थी के सामने स्नातक अथवा स्नातकोत्तर परीक्षा चुनने का विकल्प आएगा। पाठ्यक्रम और उससे संबंधित विषयों के चयन का विकल्प आएगा। फिर परीक्षा के लिए शहर चुनने का विकल्प होगा। जिसमें विद्यार्थी को वरीयता के क्रम में तीन शहरों के विकल्प भरने होंगे। जहां परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। विद्यार्थी की ओर से आनलाइन ही परीक्षा शुल्क जमा किया जाएगा। जो विद्यार्थी उत्तर प्रदेश के हैं उनके लिए परीक्षा शुल्क 3000 रुपये है। जो उत्तर प्रदेश से बाहर के हैं, उनके लिए परीक्षा शुल्क 5000 रुपये है। विद्यार्थी का नामांकन पहले से ही डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में नहीं है तो उसे परीक्षा शुल्क के साथ 300 रुपये नामांकन शुल्क के भी जमा करने होंगे। अगर विद्यार्थी अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रहा है तो उसे अपनी डिग्री के लिए 200 रुपये भी उसी समय जमा करने होंगे। इसके बाद विद्यार्थी का आवेदन आनलाइन ही जमा हो जाएगा।
अंकतालिका लीजिए, विवि से घर आएगी डिग्री भी
विश्वविद्यालय की ओर से प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए खास व्यवस्था की गई है। अब अंकतालिका के साथ डिग्री भी तत्काल मिलेगी। डिग्री लेने के लिए विद्यार्थी को विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने या लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। विश्वविद्यालय की ओर से छात्र-छात्रा के घर पर डाक से डिग्री भेजी जाएगी। इसके लिए विद्यार्थी को 200 रुपये शुल्क जमा करना होगा। विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी डा. सुनीता गुप्ता ने बताया कि भविष्य में रेग्युलर विद्यार्थियों को भी ये सुविधा दिए जाने पर विचार चल रहा है। विश्वविद्यालय में तमाम डिग्रियां तैयार रखी हैं। इनको संबंधित विद्यार्थियों के घर पहुंचाया जाएगा। जिले में ऐसे तमाम विद्यार्थी हैं जिनको परीक्षा उत्तीर्ण किए काफी समय बीत गया लेकिन उनको डिग्री नहीं मिली है। विवि की साइट पर विद्यार्थियों को आवेदन करना होगा।सात अभ्यर्थियों के दस्तावेज फर्जी
विश्वविद्यालय के 2005 फर्जी बीएड डिग्री मामले में जांच समिति ने सात अभ्यर्थियों के दस्तावेजों को फर्जी मान लिया है। जांच रिपोर्ट कार्य परिषद की बैठक में पेश की गई थी, अब यह उच्च न्यायालय भेजी जाएगी।