हाथरस के कैदी की दिल्ली के एम्स में मौत, ये थी आजीवन कारावास काटने की वजह Aligarh News
हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हाथरस के कैदी की गुरुवार शाम दिल्ली के एम्स में मौत हो गई। क्रोनिक किडनी फेल्योर के चलते कैदी की हालत गंभीर थी।
अलीगढ़ [जेएएन]। हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हाथरस के कैदी की गुरुवार शाम दिल्ली के एम्स में मौत हो गई। क्रोनिक किडनी फेल्योर के चलते कैदी की हालत गंभीर थी। दो साल से जेएन मेडिकल कॉलेज व लखनऊ पीजीआइ में इलाज चल रहा था। सप्ताह में तीन बार डायलिसिस होता था। तीन दिन पहले हालत बिगडऩे पर उसे जिला अस्पताल से दिल्ली रेफर किया गया था। इलाज के दौरान गुरुवार देर शाम प्रमोद की मौत हो गई। प्रमोद की पत्नी रेखा हैं। फिलहाल अपने मायके में रह रही हैं। तीन बच्चे हैं। जिस वक्त पिता को जेल भेजा गया, तब सबसे छोटी बेटी महज दो माह की थी।
कैदी की क्रोनिक किडनी फेल्योर
हाथरस के मैंडू निवासी प्रमोद कुमार (53) 12 अप्रैल 2011 से हत्या के एक मामले में जेल में बंद था। 19 जनवरी 2018 को प्रमोद को चेहरे व तलवों में भारी सूजन के चलते जेएन मेडिकल कॉलेज के नेफ्रोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था। तब से इलाज जारी था। जांच में पता चला कि कैदी को क्रोनिक किडनी फेल्योर है। इसके बाद से ही दीनदयाल अस्पताल में सप्ताह में तीन बार डायलिसिस कराया जा रहा था। कई बार पीजीआइ लखनऊ में भी इलाज के लिए ले जाया गया था।
दिल्ली के एम्स में मौत
जेलर प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले हालत ज्यादा बिगडऩे पर प्रमोद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से दिल्ली के एम्स में रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान गुरुवार देर शाम प्रमोद की मौत हो गई। प्रमोद की पत्नी रेखा हैं। फिलहाल अपने मायके में रह रही हैं। तीन बच्चे हैं। जिस वक्त पिता को जेल भेजा गया, तब सबसे छोटी बेटी महज दो माह की थी।