Move to Jagran APP

हाथरस में प्रवीण तोगडिय़ा बोले देश की तात्कालिक जरूरत है जनसंख्या कानून Hathras news

अंतरराष्ट्रीय ङ्क्षहदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून देश की जरूरत है। तत्काल इस कानून को लाना चाहिए।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Mon, 27 Jan 2020 07:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jan 2020 05:00 PM (IST)
हाथरस में प्रवीण तोगडिय़ा बोले देश की तात्कालिक जरूरत है जनसंख्या कानून  Hathras news
हाथरस में प्रवीण तोगडिय़ा बोले देश की तात्कालिक जरूरत है जनसंख्या कानून Hathras news

 हाथरस [ जेएनएन ]  : अंतरराष्ट्रीय हिंदुत्व परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून देश की जरूरत है। तत्काल इस कानून को लाना चाहिए। तीन तलाक से पहले जनसंख्या कानून की जरूरत थी। साथ ही दो से अधिक बच्चे करने वालों को सरकारी सुविधाओं से वंचित करना इस कानून का प्रारूप होना चाहिए। उन्होंने सीएए व एनआरसी को देशहित में बताया तथा विरोध करने वालों की आलोचना की।राम मंदिर आंदोलन के चार प्रमुख पुरोधाओं को भारत रत्न मिलना चाहिए  

loksabha election banner

हिंदुत्व धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए ब्रज प्रांत भ्रमण पर निकले डॉ. तोगडिय़ा सोमवार की दोपहर आगरा रोड स्थित श्यामकुंज पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इससे पहले उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हिंदुत्व का नवजागरण करने वाले व राम मंदिर आंदोलन के चार प्रमुख पुरोधाओं को भारत रत्न मिलना चाहिए। उन्होंने इस सम्मान के लिए बाला साहब ठाकरे, अशोक सिंघल, 1950 से राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता अयोध्या के रामचंद्र परमहंस व गोरख पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ का नाम लिया।

नागरिक संशोधन कानून की जरूरत थी

कहा, इन चारों के कारण ही आधुनिक समय में हिंदुत्व का परचम लहराया है। इन्हीं के कारण ही राम मंदिर बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिक संशोधन कानून की जरूरत थी। पाकिस्तान से आए शरणार्थी  हिंदुओं को भारत में जगह मिलेगी, लेकिन भारतीय शरणार्थी हिंदुत्व यानी कश्मीरी हिंदुओं की घर वापसी कब होगी? सरकार ने आज तक इसकी चिंता नहीं की? एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे किसी के विरोधी नहीं हैं। ना ही किसी के समर्थक हैं। हिंदुत्व के उपासक हैं। हिंदुत्व के साथ-साथ वे सभी को भोजन, स्वास्थ्य व महिला सुरक्षा के इरादे से आगे बढ़ रहे हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.