Aligarh news : ई मार्केट में आलू ने बढ़ाया कदम, बासमती की महक भी दूर तक फैलेगी
Aligarh news किसान अब मंडी तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि ई मार्केट से जुड़कर अपनी पहचान दूर तक बनाएगा। इसके लिए कृषि उत्पादक संगठन ने पहल शुरू कर दी है। आलू के निर्यात के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं।
लोकेश शर्मा, अलीगढ़ । Aligarh news : मंडियों तक सीमित रहे किसान अब ई-मार्केट में पहचान बनाएंगे। कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) ने पहल शुरू कर दी है। फ्लिपकार्ट के जरिए ई-मार्केट में कृषि उत्पाद लाने की पूरी तैयारी है। बासमती चावल, गेहूं, आलू व अन्य उत्पाद भी ई-मार्केट में उतारे जाएंगे। आलू के निर्यात के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। एफपीओ को director general of foreign trade (डीजीएफटी) व Agriculture and Processed Food Products Export Development Authority (एपीडा) से लाइसेंस मिल चुका है। आगामी सीजन तक किसानों को ये सुविधा मिल जाएगी।
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जनपद में बासमती की खेती अधिक
अधिकतर किसान धान, गेहूं और आलू पर निर्भर हैं। धान में बासमती अधिक होता है, जो प्रोसेसिंग के बाद दिल्ली व हरियाणा की मंडी के जरिए निर्यात किया जाता है। बासमती के अलावा जनपद से कोई agricultural production निर्यात नहीं होता। आलू के निर्यात के अलावा अन्य कृषि उत्पाद ई-मार्केट मे लाने के लिए एफपीओ कोमोलिका फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने पहल कर दी है।
वर्चुअल मीटिंग में वार्ता
एफपीओ के चेयरमैन आरपी पचौरी ने बताया कि फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधियों से वर्चुअल मीटिंग में वार्ता हुई। धान, गेहूं, आलू, सरसों का तेल व अन्य कृषि उत्पाद की आनलाइन मार्केटिंग पर सहमति बन चुकी है। हैदराबाद, गुड़गांव सहित एनसीआर की मंडियों में हर साल 15 हजार कुंतल आलू जाता है। बासमती व गेहूं भी मंडियों तक सीमित है। फ्लिपकार्ट की मदद से किसानों का उत्पाद बेचा जा सकेगा। फ्लिपकार्ट प्रतिनिधियों का कहना है कि कृषि उत्पाद की सूची स्थानीय मंडी के माध्यम से लखनऊ मंडी परिषद भेजी जाएगी। एफपीओ से जुड़े किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
एक हजार हेक्टेयर में होगा आलू
एफपीओ संचालक ने बताया कि इस सीजन में एक हजार हेक्टेयर में आलू की बोआई की जाएगी। आलू की विभिन्न किस्में उगाई जाएंगी। इनमें चिप्सोना वन, चिप्सोना श्री, चिप्सोना फोर, एलआर, फ्राइसोना हैं, जो चिप्स आदि उत्पाद बनाने के काम आते हैं। भोजन में उपयोग होने वाले कुफरी बहार, कुफरी मोहन, ख्याति आदि किस्म के आलू किए जाएंगे। फसल तैयार होने तक फ्लिपकार्ट से अनुबंध हो जाएगा। तब आलू को भी आनलाइन मार्केट में उतारा जाएगा। एफपीओ द्वारा डीजीएफटी व एपीडा से लाइसेंस मिल चुका है।
एपीडा बताता है सोर्स
डीजीएफटी के लाइसेंस पर किसी भी देश में निर्यात किया जा सकता है। जबकि, एपीडा सोर्स बताता है। किस देश में डिमांड है, एपीडा से ही जानकारी मिलती है।