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मरीजों को सशर्त मिली भर्ती होने की अनुमति, ठहरने व भोजन आदि का खर्चा मरीज को ही उठाना होगा Aligarh news

अब स्वयं के खर्च पर होटलों में आइसोलेट होकर इलाज करा सकेंगे। शर्त ये है कि होटल में लक्षण विहीन मरीजों को ही रुकने की अनुमति होगी।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 01:02 PM (IST)
मरीजों को सशर्त मिली भर्ती होने की अनुमति, ठहरने व भोजन आदि का खर्चा मरीज को ही उठाना होगा  Aligarh news
मरीजों को सशर्त मिली भर्ती होने की अनुमति, ठहरने व भोजन आदि का खर्चा मरीज को ही उठाना होगा Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन]। जो कोरोना संक्रमित मरीज पर्याप्त सुविधाएं न होने से सरकारी अस्पतालों में भर्ती नहीं होना चाहते, वे अब स्वयं के खर्च पर होटलों में आइसोलेट होकर इलाज करा सकेंगे। शर्त ये है कि होटल में लक्षण विहीन मरीजों को ही रुकने की अनुमति होगी। 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, गर्भवती महिला, असाध्य बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति व अभिभावक रहित छोटे बच्चों को होटल में इलाज की अनुमति नहीं मिलेगी। सरकार ने मरीज व होटल स्वामी के लिए दरें निर्धारित कर दी हैं। होटल महाजन पैलेस व आर्चिड ब्ल्यू में ऐसे मरीजों को भर्ती किया जाने लगा है।

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जिला प्रशासन तय करेगा दर

प्रदेश में अभी होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है। ऐसे में वे तमाम मरीज सरकारी अस्पतालों में भर्ती होकर कोरोना का इलाज नहीं कराना चाहते और अपनी बीमारी को छिपाने का प्रयास करते हैं। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार ने होटल में आइसोलेशन की सशर्त अनुमति दी है। होटल का चयन व उसकी दर का निर्धारण जिला प्रशासन इस तरह कराएगा, जिससे मरीजों पर अधिक बोझ नहीं पड़े। 

मरीज उठाएंगे खर्च   

होटल में ठहरने व भोजन का खर्च मरीज उठाएंगे। दो व्यक्तियों के लिए अच्छे कमरे का किराया दो हजार रुपये व सिंगल व्यक्ति के लिए अच्छा कमरा 1500 रुपये से ज्यादा नहीं होना चाहिए। होटल में केवल एल-1 श्रेणी की चिकित्सीय सुविधा मिलेगी। वे मरीज ही भर्ती होंगे, जिनमें कोई लक्षण नहीं। यहां डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग करेगा। इसके लिए प्रति मरीज दो हजार रुपये की प्रतीकात्मक एकमुश्त धनराशि ली जाएगी। इसके लिए मरीज से सहमित पत्र पर हस्ताक्षर भी कराया जाएगा। साफ-सफाई आदि की व्यवस्था का उत्तर दायित्व होटल का होगा।

तीन शिफ्टों में चिकित्सीय स्टाफ

चिकित्सकीय दल की व्यवस्था सीएमओ करेंगे। आठ घंटे की प्रत्येक शिफ्ट में एक डॉक्टर (एमबीबीएस या आयुष), दो नर्सिंग स्टाफ व एक फार्मासिस्ट तैनात किए जाएंगे। यह स्टाफ इसी होटल अथवा पास के किसी होटल में रहेगा। मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से सीधे होटल में लाया जाएगा। रूम अलाटमेंट के बाद मरीज स्वयं के साधन से भी होटल पहुंच सकेगा। होटल में कम से कम छह ऑक्सीजन सिलेंडर रखे जाएंगे। स्टाफ के लिए सुरक्षात्मक उपकरण, पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था होगी।

विदेशी लोगों को किया आइसोलेट

सीएमओ डॉ. भानुप्रताप सिंह कल्याणी का कहना है कि पहले चरण में होटल महाजन पैलेस व आर्चिड ब्ल्यू का चयन किया गया है। अभी यहां विदेश से आए लोगों को ही आइसोलेट किया जा रहा है। इलाज के दौरान किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो उसे एल-2 या एल-3 अस्पताल में शिफ्ट किया जा सकेगा। 


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