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खेतों की रखवाली में गुजर रही रात, अधिकारियों से मिला सिर्फ आश्‍वासन का घूंट Aligarh news

थाना बरला के गांव गाजीपुर के निकट सैकड़ों बीघा कांटेदार बबूल का वन विभाग हैजिसमें भारी संख्‍या में निराश्रित मवेशी रहते हैं। गांव ऊतरा भोजपुर आनंदपुर समेत कई गांवों के किसान खेतों पर महरा गाड़़कर रातभर जागकर इन मवेशियों से खेतों की रखवाली करते हुए गुजार देते हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 12:26 PM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 12:26 PM (IST)
खेतों की रखवाली में गुजर रही रात, अधिकारियों से मिला सिर्फ आश्‍वासन का घूंट Aligarh news
कई बार तो मवेशियों का झुंड लोगों पर हमला भी कर घायल कर चुका है।

अलीगढ़, जेएनएन : थाना बरला के गांव गाजीपुर के निकट सैकड़ों बीघा कांटेदार बबूल का वन विभाग है,जिसमें भारी संख्‍या में निराश्रित मवेशी रहते हैं।  गांव ऊतरा, भोजपुर, आनंदपुर समेत कई गांवों के किसान खेतों पर महरा गाड़़कर रातभर जागकर इन मवेशियों से खेतों की रखवाली करते हुए गुजार देते हैं।

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आश्‍वासन के बाद भी नहीं हुआ समाधान

गाजीपुर के ग्रामीणों ने बताया कि रात के समय जरा सी भी झपकी आ गयी तो थोड़ी ही देर में गायों का झुंड खेत की फसल को चट कर जाता है। कई बार तो मवेशियों का झुंड लोगों पर हमला भी कर घायल कर चुका है। करीब एक साल पूर्व उसी वन विभाग में तंबू लगाकर कई गांवों के किसानों ने धरना दिया था, जो कि कई दिनों तक चला। अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम व तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने जल्द इस समस्या के निदान का भरोसा दिया था। सांसद ने गोशाला बनवाने का भी आश्वासन दिया था। इसके बाद ग्रामीण कई बार सांसद से मिल चुके हैं। मगर अभी तक कोई समस्या का समाधान नहीं हो सका है। किसान पिंटू सिंह ने बताया कि हर साल जमींदार अपने लगान की खेती के रेट बढा रहे हैं। गाय फसल को बर्बाद कर देती हैं।


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