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गढिय़ा भोजपुर में चौथे दिन भी दहशत बरकरार, पुलिस तैनात ALIGARH NEWS

पुलिस के खिलाफ गढ़िया भोजपुर में आक्रोश है। चार दिन बाद भी हत्यारे न पकड़े जाने से पनप रहा यह आक्रोश आंदोलन में बदल सकता है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 04:30 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 07:44 PM (IST)
गढिय़ा भोजपुर में चौथे दिन भी दहशत बरकरार, पुलिस तैनात ALIGARH NEWS
गढिय़ा भोजपुर में चौथे दिन भी दहशत बरकरार, पुलिस तैनात ALIGARH NEWS

अलीगढ़ (जेएनएन)। जवां क्षेत्र के गांव गढिय़ा भोजपुर में ठाकुर समाज व बंजारा समाज के कुछ लोगों मेंं हुए विवाद के बाद अरुण की हत्या से आक्रोश है। गांव में घटना के चौथे दिन रविवार को भी दहशत थी। हर ओर पुलिस तैनात रही। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ग्र्रामीण दिए गए समय का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद आंदोलन कर सकते हैं।

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पहले ही दे चुके हैं चेतावनी

आंदोलन की चेतावनी शुक्रवार को ग्र्रामीणों ने एसएसपी आवास पर प्रदर्शन के दौरान दी थी। गिरफ्तारी के लिए तीन दिन का समय पुलिस को दिया गया था। हत्या गुरुवार को हुई। तभी से लोग पुलिस पर कार्रवाई के लिए दवाब बना रहे हैं। रविवार की सुबह से ही लोगों की पीडि़त परिवार के घर भीड़ थी। शनिवार को बारौली विधायक दलवीर सिंह भी पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही  आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कराने का भरोसा दिया। पारिवारिक स्थिति को देखते हुए आवास, पेंशन, कृषि योग्य पांच बीघा भूमि व मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। वहीं, जवां थानाध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया हत्या के आरोपियों के नजदीक है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

तीन टीमें जुटी हैं आरोपितों की तलाश में

पुलिस का दावा है कि गुरुवार से ही आरोपितों की तलाश की जा रही है। एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने बताया कि तीन टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। कई महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली हैं, जिनसे लगता है कि जल्द आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य ओमप्रकाश पहुंचे अलीगढ़

राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य ओमप्रकाश नायक ने जवां के भोजपुर गढिय़ा में युवक की हत्या के बाद हुए बवाल में पुलिस को लापरवाह बताया है। कहा, अगर पुलिस सही समय पर पहुंचती तो न किशोर की हत्या होती और न बवाल। शनिवार को जवां की घटना की पड़ताल के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

घरावनी है घटना

नायक ने कहा कि यह घटना काफी डरावनी है। गांव में काफी देर तक युवकों ने उत्पात मचाया था। पथराव तक किया। लोगों ने सूचना पुलिस को दी, लेकिन पुलिस काफी देर तक पहुंची ही नहीं। जब तक पुलिस पहुंचती उससे पहले ही लोग हत्या कर वापस लौट गए थे। ग्रामीणों का गुस्सा भी पुलिस के देरी से आने के कारण ही भड़का था। घटना को लेकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत हुई है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसकी रिपोर्ट आयोग को भी दी जाएगी।

बेटी भगाकर ले जाने वालों का हो बहिष्कार

नायक ने कहा कि बेटियां समाज का सम्मान होती हैं। अगर कोई भी उन्हें बहला-फुसला कर ले जा रहा है तो उसका समाज से बहिष्कार होना चाहिए। उकुछ लोग अफवाह उड़ा रहे हैं बरेली विधायक की बेटी को भगाकर ले जाने वाला बंजारा समाज से है, लेकिन ऐसा नहीं है। इस अफवाह से बंजारा समाज में रोष है। आरोपित युवक दूसरी जाति से है। ऐसी घटनाएं समाज के लिए कलंक होती हैं।


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