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अलीगढ़ में बिना जांच बेची जा रही थी ऑक्सीजन गैस, मुकदमे के आदेश

कासिमपुर रोड स्थित राधा इंडस्ट्रियल गैसेस प्लांट से बिना जांच ही ऑक्सीजन गैस बेची जा रही थी। इस पर न लाइसेंस था न रजिस्ट्रेशन। सोमवार की देर रात तक चली जांच के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली टीम ने प्लांट को सील कर दिया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 07:31 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 03:06 PM (IST)
अलीगढ़ में बिना जांच बेची जा रही थी ऑक्सीजन गैस, मुकदमे के आदेश
सिटी मजिस्ट्रेट की टीम ने प्लांट को सील कर दिया है।

अलीगढ़ जेएनएन: कासिमपुर रोड स्थित राधा इंडस्ट्रियल गैसेस प्लांट से बिना जांच ही ऑक्सीजन गैस बेची जा रही थी। इस पर न लाइसेंस था, न रजिस्ट्रेशन।  देर रात तक चली जांच के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली टीम ने प्लांट को सील कर दिया। कंपनी की बिल बुक व रसीद भी कब्जे में ले ली। आपूॢत का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। दो महीने में यहां से जहां-जहां सिलिंडर भेजे गए हैं, वहां भी जांच कराई जा रही है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने प्लांट संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। ड्रग इंस्पेक्टर से जवाब मांगा है। 

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300 सिलिंडर व चार गाड़ी जब्त

प्रशासनिक टीम ने रात ही प्लांट से  कागजात जब्त कर लिए थे। 300 सिलिंडर व चार गाड़ी जब्त की थीं। प्लांट संचालक अरुण अग्र्रवाल से रात में पूछताछ भी की। जांच में पता लगा कि प्लांट अगस्त से ही अलीगढ़, हाथरस, कासगंज व एटा में गैस की सप्लाई कर रहा था। प्लांट संचालक ने सात सितंबर को ज्वॉइंट कंट्रोलर ऑफ एक्सप्लोसिव के आगरा कार्यालय में लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। 

मुकदमे पर उलझा मामला

छापेमार कार्रवाई के बाद मुकदमा कराने को लेकर विभागों में पेच फंस गया है। ड्रग विभाग इससे पल्ला झाड़ रहा है। डीएम ने ड्रग इंस्पेक्टर को कार्रवाई के लिए सख्त चेतावनी दी है। सिटी मजिस्ट्रेट व एसीएम द्वितीय की टीम को लगातार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

2015 के विस्फोट से भी जुड़ रहे तार

मई 2015 में कासिमपुर पावर हाउस में बड़ा विस्फोट हुआ था। इसमें आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। जानकार बताते हैं कि इसी फैक्ट्री के ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से हादसा हुआ था। तब यह प्लांट द्रव ऑक्सीजन तैयार करता था। विस्फोट के बाद प्रशासन ने लाइसेंस रिन्यूअल नहीं किया।

ऑक्सीजन की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं होगी। टीम को लगातार सक्रिय रहकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। फर्जी प्लांट के संबंध में रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

चंद्रभूषण सिंह, डीएम

बंद रहे ऑक्सीजन गैस गोदाम

अलीगढ़ : प्रशासनिक कार्रवाई के डर से मेडिकल के साथ इंडस्ट्रीज में प्रयोग होने वाली ऑक्सीजन गैस के गोदाम व दुकानें मंगलवार को बंद रहीं। पिछले सप्ताह बंदी वाले दिन भी गैस गोदाम व दुकानें खुली थीं।  जिलेभर में इंडस्ट्रीज में प्रयोग होने वाली ऑक्सीजन के सिङ्क्षलडरों की कालाबाजारी हो रही थी। प्लांट के संचालकों का तर्क था कि  उन्हें लिक्विड नहीं मिल रहा, इसलिए रिफिङ्क्षलग नहीं हो रही है। पीतल मूर्ति निर्माता व गैस वेङ्क्षल्डग का काम करने वाले कारीगरों का आरोप था कि ऑक्सीजन गैस की कमी दिखाकर कालाबाजारी की जा रही है। 350 वाला सिङ्क्षलडर 1200 रुपये तक में मिल रहा है। गैस एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र पंडित का कहना है कि एक सप्ताह से प्लांट वाले लिक्विड न होने का तर्क दे रहे हैं, इसलिए गोदाम व दुकानें बंद रही हैं। 


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