सिंगल यूज प्लास्टिक क्राकरी का बाजार में विकल्प तैयार लेकिन जेब करनी होगी ढीली
पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित कर दिया गया है। व्यापारियों ने भी इसका विकल्प ढूंढ़ लिया है। ग्राइक अब पेपर क्राकरी केला के पत्ता की क्राकरी व गन्ना की पोई खोई से तैयार क्राकरी प्रयोग में ला सकते हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग व बिक्री शुक्रवार से पूर्ण तह प्रतिबंधित हो गया। इसके लिए व्यापारियों ने विकल्प भी तैयार रखे हैं। थर्माकाल व प्लास्टिक की क्राकरी की जगह ग्राहक पेपर क्राकरी, केला के पत्ता की क्राकरी व गन्ना की पाई-खोई से तैयार क्राकरी का प्रयोग कर सकते हैं, मगर खर्च किए जाने वाला बजट दो गुना होगा। एक हजार की दावत में अबतक 20 से 25 हजार रुपये डिस्पोजल पर खर्च होते थे, अब यह खर्च दो गुना हो गया है। पत्ते की पत्तल, मिट्टी के सखोरा व गिलास का एक बार प्रचलन आएगा।
अलीगढ़ में 50 लाख रुपये का मासिक कारोबार
सिंगल यूज प्लास्टिक की क्राकरी व अन्य डिस्पोजल की 20 थोक बड़े कारोबारी हैं। इनके यहां सहालग में 40 से 50 लाख रुपये का मासिक कारोबार था। पहले से सजग कारोबारियों ने प्रतिबंधित डिस्पोजल के कारोबार से पहले ही अपने हाथ खींच लिए। इन्होंने ग्राहकों के समक्ष विकल्प भी रखा है।
गन्ने की पोई खोई से तैयार डिस्पोजल बाजार में
अशीष डिस्पोजल ने बताया है कि हम पहले से ही प्रतिबंधित डिस्पोजल क्राकरी से तौबा कर चुके हैं। गन्ने की पोई-खोई से तैयार डिस्पोजल बाजार में है। इसकी कटोरी, चम्मच, थाली, छोटी व बड़ी प्लेट व अन्य आयटम बाजार में उपलब्ध हैं। पीएलए के दाने से तैयार इस क्राकरी की 40 रुपये 100 प्लेट, 80 रुपये के 100 गिलास का पैकेट मिलेगी। चीला, चाउमीन, सर्विस प्लेट के भी रेट तय हैं।
संचारी रोग नियंत्रण के लिए शुरू हुआ विशेष अभियान
अलीगढ़। जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की शुक्रवार को शुरू हो गया। प्रथम दिन मुख्यालय समेत समस्त ब्लाकों में जागरूकता रैली निकाली गईं। डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया गया। शुभारंभ जिला चिकित्सालय में शहर विधायक मुक्ता राजा, पूर्व विधायक संजीव राजा, सीएमओ डा. नीरज त्यागी, राज्य स्तर के नोडल अधिकारी डा. बीपी सिंह कल्याणी एवं जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ ने फीता काटकर किया।यहां से जागरूकता रैली निकाली गई। सीएमओ ने बताया कि अभियान एक से 30 जुलाई तक चलेगा। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांवों में घर-घर भ्रमण कर प्रत्येक घर का विवरण जुटाया जुटाएंगी। रोगियों को चिह्नित कर उनकी तुरंत जांच कराते हुए उपचार किया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि अभियान में आशाएं घर-घर जाकर मच्छरों से बचाव के बारे में भी लोगों को जागरूक करेंगी। बुखार आने पर क्या करें इस बारे में भी बताएंगी। इस मौके पर डा. ईश्वरी देवी बत्रा, प्रिंसिपल कुलदीप शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एमके माथुर, सीएमएस डॉ. रेनू शर्मा समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।