Online Workshop At JNMC : स्नातक चिकित्सा शिक्षा की ओर बढ़ना जरूरी
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज की चिकित्सा शिक्षा इकाई द्वारा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत एक आनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें देश के सभी मेडिकल कालेजों में नैतिकता और संचार के माडयूल के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी गई।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज की चिकित्सा शिक्षा इकाई द्वारा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत एक आनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें देश के सभी मेडिकल कालेजों में नैतिकता और संचार के माडयूल के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी गई। कार्यशाला में देश-विदेश के 105 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया। अहमदाबाद के श्रीमति एनएचएल नगरपालिका मेडिकल कालेज के डिपार्टमेंट आफ फिजियोलाजी की डा. शाइस्ता सैयद ने पारेषण और संचार के विषय पर कहा कि एटकाम के उचित कार्यान्वयन से कौशल पर आधारित स्नातक चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम की ओर बढ़ना आसान होगा। जिसकी अवधारणा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा प्रस्तुत की गई है।
रोगी से वार्तालाप जरूरी
डा. विक्रम झा ( यूके की यूनिवर्सिटी आफ लिवरपूल में विजिटिंग फैकल्टी डा. विक्रम झा ने बायोइथिक्स पर प्रकाश डालते हुए छात्रों के लिए एटकाम के सत्र को दिलचस्प बनाया। एएमयू में फैकल्टी आफ मेडिसिन के डीन प्रो. राकेश भार्गव ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने नए पाठ्यक्रम में मरीजों के प्रति सही रवैया को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। कहा कि डाक्टरों के मरीज से वार्तालाप के तरीकों के अनुरूप मरीज पर प्रभाव पड़ता है। आयोजन अध्यक्ष प्रो. सीमा हकीम ने कहा कि संचार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रोगी और चिकित्सक के बीच संबंध बनाता है और रोगी को संतुष्ट भी करता है। प्रो. सैय्यद मनाजिर अली ने भी भी विचार रखे। आयोजन सचिव डाक्टर बुशरा सिद्दीकी ने संचालन और डा. सोफिया नसीम ने आभार व्यक्त किया।