महंगाई के ट्रैक पर फिर दौड़ा प्याज
दो हफ्ते में 40 फीसद बढ़े प्याज के दाम खुदरा बाजार में आलू टमाटर भी खा रहे भाव।
जासं, अलीगढ़ : महंगाई के ट्रैक पर प्याज फिर दौड़ पड़ा है। पिछले दो हफ्ते में प्याज की कीमत में चालीस फीसद तक की वृद्धि हुई है। वहीं, त्योहार से पहले आलू और टमाटर ने भी भाव खाना शुरू कर दिया। थोक व्यापारी कीमतें बढ़ने की वजह मंडियों में आवक कम होना बता रहे हैं। इसका सीधा असर खुदरा बाजार पर पड़ रहा है। ऐसे में आम आदमी की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। बढ़ती कीमतों ने प्याज को रसोई से गायब ही कर दिया है। प्याज के बिना सब्जियां बनाई जा रही हैं। सलाद में भी प्याज नजर नहीं आता। लॉकडाउन के बाद बाजार में प्याज की कीमत में इजाफा हुआ था। मंडियों में आवक बढ़ी तो भाव कम होने लग गए। सितंबर के शुरूआत में प्याज की कीमत खुदरा बाजार में 20 से 25 रुपये किलो थी। महीने के अंत तक प्याज 50 रुपये किलो बिकने लगा। अब बाजार में प्याज 70 रुपये किलो बिक रहा है। अलीगढ़ में प्याज की खपत बहुत है। इंदौर, नासिक, गुजरात व दिल्ली की मंडियों से भी प्याज का आयात होता है। धनीपुर मंडी में प्रतिदिन आठ से दस टन प्याज उतरता था, जो अब लगभग आधा रह गया है। सब्जियों के थोक व्यापारी राधेश्याम बताते हैं कि सब्जियों की आवक बनी रहे तो भाव कम रहता है। आवक न होने पर कीमत बढ़ जाती है।
आलू-टमाटर भी : खुदरा बाजार में आलू के भाव 40 से 45 रुपये किलो तक हैं। जबकि, थोक में आलू की कीमत 30 से 35 रुपये किलो है। दो हफ्ते पहले आलू की कीमत 30 से 35 रुपये किलो थी। टमाटर भी जब 60 था, अब 70 रुपये किलो कीमत है।