Move to Jagran APP

ओ री चिरैया, प्यारी चिरैया...मेरे घर आना रे

दैनिक जागरण के ओ री चिरैया अभियान में मंगलवार को टीवी कलाकार फाल्गुनी राजानी ने अपनी आवाज बुलंद की।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 05:15 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 09:06 AM (IST)
ओ री चिरैया, प्यारी चिरैया...मेरे घर आना रे
ओ री चिरैया, प्यारी चिरैया...मेरे घर आना रे

अलीगढ़ (जेएनएन)।  दैनिक जागरण के 'ओ री चिरैया' अभियान में मंगलवार को टीवी कलाकार फाल्गुनी राजानी ने अपनी आवाज बुलंद की। चर्चित टीवी सीरियल 'भाबीजी घर पर हैं' में गुलफाम कली का अभिनय कर रहीं फाल्गुनी ने कहा कि उन्होंने मुंबई में चिडिय़ों के लिए अपने मकान में दाने-पानी की व्यवस्था की है। घोसला बना रखा है, जब वो ये काम मुंबई जैसे शहर में कर सकती हैं तो फिर अलीगढ़ में क्यों नहीं? वो चाहती हैं कि घर-घर लोग छतों पर चिडिय़ों के लिए दाना-पानी रखें। उनके आश्रय के लिए पेड़-पौधे लगाएं। फाल्गुनी की अपील पर सभी ने संकल्प लिया कि चिडिय़ों के लिए दाना-पानी जरूर रखेंगे।

loksabha election banner

 टीवी कलाकार ने की चिडिय़ों को दाना देने की अपील
मंगलवार सुबह वाष्र्णेय युवा संगठन के सहयोग से सासनीगेट स्थित चंद्रशेखर आजाद पार्क में आयोजित कार्यक्रम टीवी कलाकार ने कहा कि दैनिक जागरण ऐसे गंभीर मुद्दों पर आवाज उठता है, हम सभी को पूरी शिद्दत से इसमें जुटना चाहिए। हम टीवी कलाकारों पर भी यह लागू होता है कि पर्यावरण के प्रति सचेत रहें। मुंबई में अपने घर पर बर्तन में चिडिय़ों के लिए दाना-पानी रखती हूं। बालकनी में चिडिय़ा और गिलहरी भी आती हैं। जब हम बच्चों को भूखा नहीं रख सकते हैं तो फिर चिडिय़ों को क्यों? उनकी भी चिंता हमें ही करनी होगी? पानी की भी बचत करें। वे मुंबई में बूंद-बंूद पानी बचाने की कोशिश करतं हैं। उन्होंने माहेश्वरी क्रिएटिव क्लब के संरक्षक संजय माहेश्वरी का आभार जताया।


जलसंरक्षण के प्रति गंभीर होना जरूरी
कहा, उनके चलते वह इतनी अच्छी मुहिम से वो जुड़ सकीं। वाष्र्णेय युवा संगठन के प्रभारी अमित सराफ ने कहा कि हमें जलसंरक्षण के प्रति भी गंभीर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उनका संगठन दैनिक जागरण की मुहिम को चलाता रहेगा।

पर्यावरण बचाना जरूरी
दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी ने कहा कि जब फाल्गुनी चिडिय़ों के लिए पात्र रख सकती हैं तो हम क्यों नहीं? हमें पर्यावरण को बचाना होगा। चिडिय़ों के दाना-पानी की व्यवस्था करनी होगी। सभी को मिट्टी के पात्र और दाने बांटे गए। कार्यक्रम में अध्यक्ष अनुपम, गौरव वाष्र्णेय, राहुल, उदयराज सिंह आदि थे।

सबसे अनमोल है ये गिफ्ट
सासनीगेट स्थित अपने आवास पर शेखर सराफ व उनकी पत्नी लाजेश ने फाल्गुनी को मिट्टी के पात्र भेंट किए। समृद्धि टाउनशिप के डायरेक्टर सुमित सराफ ने चिडिय़ों के लिए पैकेट में दाना दिया। फाल्गुनी राजानी ने कहा कि उन्हें जीवन में तमाम गिफ्ट मिले हैैं, मगर यह सबसे अनमोल है। वे इस पात्र को मुंबई ले जाएंगी और अपने पर रखेंगी।

महिलाओं में सेल्फी का क्रेज

पार्क में फाल्गुनी के पहुंचने पर सेल्फी लेने वालों की होड़ सी मच गई। महिलाएं फाल्गुनी के साथ सेल्फी लेना चाह रही थीं। बच्चे भी पीछे नहीं रहे।

कविता से जगाई अलख
हास्य कवि प्रेम किशोर पटाखा ने इन पंक्तियों के माध्यम से लोगों से चिडिय़ों को बचाने की अपील की। उन्होंने कविता सुनाई...

ओ री चिरैया, प्यारी चिरैया

मेरे घर आना रे।

दाना चुगना, पानी पीना, फिर उड़ जाना रे

डगर-डगर डग, डगमग-डगमग डर मत जाना रे।

पंखों में आकाश है तेरे, छूकर आना रे

चिरैया मेरे घर आ जाना रे....

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.